यूरोपा लीग के लिए मदरलैंड को क्वालीफाई कराना यादगार पल : पीटर हार्टले
सोमवार को पीटर ने दैनिक जागरण से यूरोपियन फुटबॉल के अनुभव साझा किए।
जासं, जमशेदपुर : स्कॉटिश प्रीमियर लीग की प्रतिष्ठित क्लब मदरवेल एफसी के कप्तान पीटर हर्टले ने हाल ही में जमशेदपुर एफसी के साथ जुड़े हैं। सोमवार को पीटर ने दैनिक जागरण से यूरोपियन फुटबॉल के अनुभव साझा किए।
मेन ऑफ स्टील के कोच ओवेन कोएल की काबिलियत की प्रशंसा करते हुए हर्टले ने कहा कि इंग्लैंट व स्कॉटलैंड के फुटबॉल सर्किट में उनकी काफी प्रतिष्ठा है। मैच में अंतिम समय तक लड़ने की क्षमता ही उन्हें औरों से अलग करती है।
सबसे यादगार मैच के बारे में पीटर ने बताया कि प्लेमाउथ को गोल कर जीत दिलाना व वेंबले में पहली बार खेलना मेरी जिदगी का यादगार पाल है। इसके अलावा, मुझे स्टैमफोर्ड ब्रिज में कांटे की चेल्सी टीम के खिलाफ खेलने का मौका मिला और उस गेम में स्कोर करने में कामयाब रहा। वह विशेष था। स्कॉटलैंड में मेरी सबसे पसंदीदा यादें कप के एफए फाइनल में खेलना है। इस जीत के बाद मदरलैंड एफसी की टीम तीसरे स्थान पर रही और यूरोपा लीग के लिए क्वालीफाई कर सकी।
2009 में जब ओवेन बर्नले टीम के कोच थे, तब पीटर हार्टले को उनके खिलाफ खेलने का मौका मिला था। उस मैच का एक-एक पल उन्हें आज भी याद है। उन्होंने बताया, मैच के 15 मिनट बचे थे और हम 1-0 से आगे थे। लेकिन, कोच ओवेन की रणनीति के कारण हम 2-1 से उस मैच को गवां बैठे। यह इस बात का गवाह है कि वह अपनी टीम को किस तरह प्रोत्साहित करते हैं। पीटर हार्टल ने बताया कि कुछ सप्ताह पहले कोच ओवेन कोएल ने उन्हें जमशेदपुर एफसी से जुड़ने का प्रस्ताव दिया था, जिसे मैं ना नहीं कह सका। उनका जुनून और सफल होने की इच्छाशक्ति प्रबल है।
उन्होंने कहा कि मदरवेल एफसी की टीम हमेशा उनके दिल के करीब रहेगी। वहां पीटर ने तीन महत्वपूर्ण सीजन खेले हैं। उन्होंने कहा, यह एक ऐसा क्लब है जिसे मैं अपने दिल की हर चीज के करीब रखूंगा। लेकिन चीजें बदल जाती हैं, साथ ही वैश्विक महामारी के कारण परिस्थितयां भी प्रतिकूल है। मैंने एक क्लब और एक कोच को चुना है,जो मुझे एक व्यक्ति और खिलाड़ी के रूप में और बेहतर करेगा।
चेल्सी, एवर्टन, बर्नले जैसी प्रमुख इंग्लिश टीमों के खिलाफ खेलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अनुभव काफी शानदार रहा है। 90 मिनट के मैच में फुटबॉल पिच पर मैंने हर परिस्थितयां देखी है। अच्छा व बुरा दोनों ही। यह एक सबक है कि हमें बार-बार यह याद रखना चाहिए कि एक टीम के रूप में, हम जानते हैं कि हम हर खेल को जीतने नहीं जा रहे हैं लेकिन हम हमेशा सही तरीके से काम करेंगे और अपना सौ फीसद देंगे।