इन्ही की कृपा से सजे हम है, नहीं मोसे..
इन्हीं की कृपा से सजे हम हैं नहीं मोसे.. आदि कीर्तन गायन कर कीर्तनी जत्थों ने सोनारी गुरुद्वारा में रविवार को संगत को निहाल कर दिया। गुरु नानक देव जी के 550वां प्रकाश उत्सव को कीर्तन दरबार समर्पित रहा। इसकी शुरुआत सुबह दस बजे हुई।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : इन्हीं की कृपा से सजे हम हैं, नहीं मोसे.. आदि कीर्तन गायन कर कीर्तनी जत्थों ने सोनारी गुरुद्वारा में रविवार को संगत को निहाल कर दिया। गुरु नानक देव जी के 550वां प्रकाश उत्सव को कीर्तन दरबार समर्पित रहा। इसकी शुरुआत सुबह दस बजे हुई।
दरबार साहिब अमृतसर से आए हजुरी रागी भाई अवतार सिंह जी, भाई हरपिंदर सिंह जी, भाई शौकिन सिंह जी ने कीर्तन गायन किया। प्रचार भाई जसविंदर सिंह जी, भाई जगदेव सिंह जी, भाई हरप्रीत सिंह जी ने गुरुनानक देव जी के जीवनी पर प्रकाश डाला।
इस मौके पर शहर के सभी गुरुद्वारों के प्रधान को श्री दरबार साहिब अमृतसर से आए ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी व भाई जगदेव सिंह जी ने संयुक्त रूप से सिरोपा देकर सम्मानित किया। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे को 550वां प्रकाश उत्सव को समर्पित आयोजन गुरुद्वारों में कराने को लेकर ं विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। उनके साथ साथ उनकी टीम में शामिल जसवीर सिंह, बलवीर सिंह बल्ली, सुखविंदर सिंह, हरविंदर सिंह मंटू, दलजीत सिंह, मनजीत सिंह, अमरजीत सिंह,तरणप्रीत सिंह के साथ साथ सेंट्रल स्त्री सतसंग सभा की प्रधान सुखजीत कौर, दलवीर कौर व रविंद्र कौर को सिरोपा देकर और डा. कृपाल सिंह, डा. राजेंद्र सिंह को मोमेंटों व शॉल देकर सम्मानित किया गया।
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बस का किया गया था इंतजाम
सोनारी गुरुद्वारा में आई संगत को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने बस की व्यवस्था कराई थी। सुबह बस कदमा गम्हरिया, टेल्को सहित अन्य क्षेत्रों से संगत को लेकर सोनारी गुरुद्वारा पहुंची और समागम की समाप्ति के उपरांत संगत को वापस उनके गंतव्य तक छोड़ कर आई।
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35 संगत ने किया अमृतपान
पंजाब के दमदमा साहिब से आए पंज प्यारे भाई गुरविंदर सिंह जी, भाई कुलदीप सिंह जी, भाई गुरप्रीत सिंह जी, भाई बलवंत सिंह जी भाई गुरप्रीत सिंह जी ने सोनारी गुरुद्वारा के सेवा सदन परिसर में 35 लोगों को अमृतपान कराया।