Agricultue : सरायकेला-खरसावां जिले में 1.14 लाख हेक्टेयर जमीन में में लहलहाएगी खरीफ फसल
Agricultue. सरायकेला-खरसावां जिले में खरीफ की फसल का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। इस वर्ष में 1.14 लाख हेक्टेयर भूमि में खरीफ फसल के तहत धान की खेती की जाएगी।
सरायकेला, जासं। कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां जिले में खरीफ की फसल का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। इस वर्ष में 1.14 लाख हेक्टेयर भूमि में खरीफ फसल के तहत धान की खेती की जाएगी। खरीफ की खेती करने के लिए जिला कृषि विभाग ने प्रखंडवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। लक्ष्य के मुताबिक खरीफ फसल की खेती की जाएगी। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिला कृषि विभाग ने अभी से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी है, ताकि लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सके।
लक्ष्य के मुताबिक खेती करने के लिए विभाग ने किसानों को उत्तम क्वालिटी के धान का बीज उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की है। सरकार से बीज प्राप्त हो जाने के बाद किसानों के बीच बीज उपलब्ध कराया जायेगा। खेतों में बिचड़े बोने का भी लक्ष्य तय कर दिया गया है। जिले में एक लाख हेक्टेयर भूमि में धान की खेती करने के लिए 12 हजार हेक्टेयर भूमि में किसान धान के बिचड़े डालेंगे। अमूमन तौर पर किसान खेतों में रोहिणी नक्षत्र से धान के बिचड़े डालने का काम शुरू कर देते हैं। बिचड़े डालने का काम आर्द्रा नक्षत्र तक किसान करते हैं। इसके बाद बिचड़े तैयार हो जाने पर बिचड़े की रोपाई करते हैं।
किस प्रखंड में कितना लक्ष्य
जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर ने बताया कि खरीफ फसल की खेती करने के लिए प्रखंडवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जिले में एक लाख हेक्टेयर जमीन पर खरीफ फसल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें सरायकेला 113, खरसवां 119, कुचाई 119, राजनगर 119, गम्हरिया 120, चांडिल 114, नीमडीह 120, ईंचागढ़ 114 व कुकडू प्रखंड में 52 हेक्टेयर शामिल है। वहीं, 1390 हेक्टेयर जमीन पर विभिन्न प्रकार के तेलहन फसल करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें सरायकेला 154, खरसवां 134, कुचाई 120, राजनगर 175, चांडिल 185, नीमडीह 175, ईंचागढ़ 185 व कुकडू प्रखंड में 87 हेक्टेयर जमीन शामिल है।