नहीं रहे गावस्कर व रिचड्र्स से प्रशंसा पाने वाले पिच क्यूरेटर महेश्वर साहू, टीएमएच में ली अंतिम सांस Jamshedpur News
सुनील गावस्कर कपिलदेव विवियन रिचड्र्स गैरी सौबर्स कालीचरण जैसे धुरंधर क्रिकेटरों से शाबासी बटोरने वाले कीनन किंग पिच क्यूरेटर महेश्वर साहू नहीं रहे।
जमशेदपुर (जासं)। सुनील गावस्कर, कपिलदेव, विवियन रिचड्र्स, गैरी सौबर्स, कालीचरण जैसे धुरंधर क्रिकेटरों से शाबासी बटोरने वाले कीनन किंग पिच क्यूरेटर महेश्वर साहू नहीं रहे। रविवार को तड़के उन्होंने टाटा मुख्य अस्पताल में अंतिम सांस ली। 78 वर्षीय महेश्वर अपने पीछे पत्नी के अलावा चार पुत्र छोड़ गए हैं। तबीयत खराब होने के बाद उन्हें टीएमएच कोविड सेंटर में शिफ्ट किया गया था, जहां उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
टाटा फुटबॉल एकेडमी (टीएफए) के क्यूरेटर साहू के बेटे आनंद ने बताया कि उनका लाइफ सपोर्ट सिस्टम काम नहीं कर रहा था। जिसके बाद करीब 2 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। आनंद ने बताया कि उनके पिता महेश्वर साहू का चार साल पहले कोलकाता में एक ओपन-हार्ट सर्जरी हुई थी। पिछले कुछ दिनों से उनके पैर में सूजन थी और एक हफ्त से हाथ में भी दर्द था। महेश्वर साहू को कीनन स्टेडियम किंग कहा जाता था।
लगभग लगभग 45 साल में उन्होंने कीनन स्टेडियम के साथ-साथ जमशेदपुर में क्रिकेट का उतार चढ़ाव देखा। वह कदमा में ईसीसी फ्लैट््स में शिफ्ट होने से पहले सालों तक अपने परिवार के साथ स्टेडियम में रहते थे। वह अपनी सादगी और प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कहा अपने पिता से बहुत कुछ सीखा है। रविवार दोपहर बिष्टुपुर में पार्वती घाट पर साहू का अंतिम संस्कार किया गया।
हरभजन सिंह ने जताई संवेदना
ओलंपियन हरभजन सिंह ने कहा कि साहू सर्वश्रेष्ठ क्यूरेटर में से एक थे, जिसने कीनन स्टेडियम में एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए पिच तैयार किया। मैं उनकी मौत से सदमे में है। महेश्वर साहू ने कीनन की पिच के अलावा, उन्होंने जमशेदपुर स्पोर्टिंग एसोसिएशन (जेएसए) फुटबॉल लीग के लिए भी मैदान तैयार किया। साहू ने रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम परिसर और राज्य में धनबाद सहित अन्य जगहों पर पिच बनाने में भी अपनी भूमिका निभाई।