कस्तूरबा विद्यालय पर सब्जी व दूध वाले का 8-10 लाख रुपये का बकाया Jamshedpur News
पूर्वी सिंहभूम जिला के कस्तूरबा विद्यालय के विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं की हालत बहुत खराब है। आपूर्तिकर्ताओं ने पीएम मोदी तथा झारखंड के सीएम व शिक्षा मंत्री को ट्वीट किया है।
जमशेदपुर, जासं। पूर्वी सिंहभूम जिला के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में विभिन्न सामग्रियों की आपूर्ति करने वाले आपूर्तिकर्ताओं की हालत बहुत खराब है। यहां तक कि सब्जी वाले व दूध वाले का भी 8-10 लाख रुपये प्रति विद्यालय बकाया है। इसके अलावा खाद्यान्न आपूर्तिकर्ताओं 25-40 लाख रुपये प्रति विद्यालय बकाया है। कुल 7 करोड़ का बकाया आपूर्तिकर्ताओं का हो गया है।
झारखंड के शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों से बकाया की मांग को लेकर वे लोग थक चुके हैं। मानसिक प्रताड़ना के शिकार होने लगे हैं। इन सामग्रियों की आपूर्ति देने वाले खुदरा व्यापारी तकादा मारने लगे हैं। इस कारण मुख्य आपूर्तिकर्ता भागे-भागे फिर रहे हैं। अब इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की गई है। आपूर्तिकर्ताओं ने झारखंड के शिक्षा विभाग की पोल पीएम मोदी को ट्वीट कर खोली है। वो तो अच्छा है कि कोविड-19 के कारण स्कूल बंद हैं, वरना छात्राओं को खाने के लाले पड़ जाते। एक तो इन आपूर्तिकर्ताओं का सालाना कांट्रेक्ट भी खत्म हो चुका है। इस कारण वे और ज्यादा परेशान हैं। इस संबंध में आपूर्तिकर्ताओं ने नए सिरे से जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिय है। इसमें आपूर्तिकर्ताओं ने उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होने की बात कही है। इसकी प्रतिलिपि शिक्षा विभाग के कई पदाधिकारियों, शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को भेजी गई है।
किसका कितना किस मद में बकाया
1. राशन - बकाया 25 से 30 लाख - कमला इंडस्ट्रीज, सुरेश कुमार अग्रवाल, परवल ब्रदर्स, वीके कॉरपोरेशन, गणेश भंडार
2. सब्जी -बकाया 10 से 12 लाख - पूर्ण चक्रवर्ती, अशोक कुमार गुप्ता, साहू एंड संस, रविंद्र नाथ राउत, आनंद कुमार गुप्ता, मणि शंकर गुप्ता, नंदू माइती
3. ड्रेस - बकाया 15 लाख - कमला इंडस्ट्रीज, प्रतिमा इंटरप्राइजेज
4. स्टेशनरी - बकाया 5 लाख - न्यू इट सर्विस, सुरेश कुमार अग्रवाल, कमला इंडस्ट्रीज, गणेश भंडार
5. नॉन वेज - बकाया 5 लाख - साहू एंड संस, राणा मल्लिक, मो. समीम, अशोक कुमार गुप्ता, नंदु माइती
6. दूध - बकाया 8 - 10 लाख - कुंडू स्वीट्स्, साहू एंड संस, अशोक कुमार गुप्ता, आनंद कुमार गप्ता, नंदु माइती