जमशेदपुर के कलीमुद्दीन समेत कई हैं अलकायदा के नेटवर्क में
झारखंड एटीएस की एक टीम कुल 29 संदिग्धों का सत्यापन कर रही है। ये जमशेदपुर व आसपास क्षेत्र के रहनेवाले हैं।
जमशेदपुर(जासं)। अलकायदा के संदिग्ध आतंकी अब्दुल सामी, अकरम शेख उर्फ मसूद उर्फ मोनू, नसीम अख्तर उर्फ राजू और ओडिशा के अब्दुल रहमान कटकी से दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा, झारखंड एटीएस और जमशेदपुर पुलिस ने पूछताछ की थी। तब पता चला था कि जमशेदपुर शहर के मानगो निवासी कलीमुद्दीन, उसके पुत्र समेत कई युवा इस नेटवर्क में शामिल हैं।
झारखंड एटीएस की एक टीम कुल 29 संदिग्धों का सत्यापन कर रही है। ये जमशेदपुर व आसपास क्षेत्र के रहनेवाले हैं। एटीएस के एक अधिकारी की मानें तो 27 संदिग्धों का सत्यापन हो चुका है। दो की जानकारी ली जा रही है। ये दोनों कपाली क्षेत्र के रहनेवाले हैं। एटीएस की टीम जब इनके घर पहुंची तो अधिकतर संदिग्ध अपने घर से गायब मिले। कलीमुद्दीन का घर मानगो में है। एटीएस कुर्की-जब्ती कर चुकी है। जमशेदपुर कोर्ट में एटीएस ने 29 संदिग्धों की सूची के साथ अकरम शेख मसूद और नसीम अख्तर के बाद आरोप पत्र दाखिल किया था।
कलीमुद्दीन के घर में आते-जाते कटकी और सामी
अब्दुल सामी और अब्दुल रहमान कटकी मानगो निवासी मौलाना कलीमुद्दीन के घर पर आते-जाते थे। अब्दुल रहमान कटकी के मदरसे में कलीमुद्दीन युवाओं को भेजता था।
मानगो के जिशान को दबोचा था दिल्ली पुलिस ने
अलकायदा संगठन से जुड़ाव के आरोप में दिल्ली पुलिस ने मानगो चौदह रोड के सैय्यद मो. जिशान अली को 10 अगस्त 17 को दिल्ली एयरपोर्ट से दबोचा था। वह 2008 से ही शहर से बाहर था। बेंगलुरू में कुछ दिन तक रहा था। वहां से अपने भाई आर्सियान के साथ 2010-11 में सउदी में चला गया था। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली थी कि जिशान की पत्नी सउदी में ही चिकित्सक है। जिशान और आसियान के आतंकी संगठन से जुड़े होने की जानकारी 2015 दिसंबर को ओडिशा के कटक से गिरफ्तार अब्दुल रहमान कटकी और हरियाणा से 18 जून 2016 को गिरफ्तार किए गए जमशेदपुर के धतकीडीह निवासी अब्दुल सामी से पूछताछ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच को मिली थी।
कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी
अब्दुल सामी और कटकी से झारखंड, ओडिशा और बंगाल पुलिस ने भी पूछताछ की थी। दोनों ने आतंकी संगठन से जुड़े जमशेदपुर के मानगो, कपाली, रांची, चतरा समेत कई इलाके से जुड़े युवकों का नाम और पते की जानकारी दी थी। दल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को अब्दुल रहमान कटकी से पूछताछ में ये जानकारी मिली थी ग्लास्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 2007 में हुए हमले के मास्टर माइंडर डॉ. सबील अहमद की बहन से सैय्यद मो. जिशान अली की शादी बंगलुरू में हुई थी जबकि शादी पार्टी का आयोजन मानगो में किया गया था। विवाह कराने में अब्दुल रहमान कटकी की ही भूमिका थी। कटकी की जिशान से 2003 से पहचान थी।