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Kadma, Jamshedpur Brutal Murder : जिसके लिए दीपक बर्बाद हुआ, वो सभी बच गए, अपने मारे गए

Kadma Jamshedpur Brutal Murder दीपक कुमार ने पत्नी और पुत्रियों की हत्या के जो कारण बताएं उसको लेकर चर्चा जारी है।दीपक जिन लोगों के कारण बर्बाद हुआ या ऐसी जघन्य कदम उठाया उनमें किसी को कुछ नहीं हुआ। ये रही पूरी कहानी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 05:53 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 09:45 AM (IST)
Kadma, Jamshedpur Brutal Murder : जिसके लिए दीपक बर्बाद हुआ, वो सभी बच गए, अपने मारे गए
विरोधियों को टारगेट करने के बजाय उसने पहले अपने ही परिवार के मौत घाट उतार दिया।

जमशेदपुर, जासं। दीपक कुमार ने पत्नी और पुत्रियों की हत्या के जो कारण बताएं उसको लेकर चर्चा जारी है। दीपक जिन लोगों के कारण बर्बाद हुआ या ऐसी जघन्य कदम उठाया उनमें किसी को कुछ नहीं हुआ। हां, रोशन और उसके साले अंकित पर जरूर दीपक ने धोखे से हथौड़े से हमला किए। अंकित अब तक टीएमएच में है।

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विरोधियों को टारगेट करने के बजाय उसने पहले अपने ही परिवार के मौत घाट उतार दिया। इस पर दीपक का पुलिस के सामने जवाब था कि उसने ये नहीं सोचा था कि उसकी याेजना के तहत कोई बच पाएगा। शिक्षिका निर्दोष मारी गई। उसका उससे कोई लेना-देना नहीं था। दो पर हमला किया, लेकिन शोर-शराबा के कारण दोनों बचकर निकल गए। अगर शोर-गुल नहीं होता तो दोनों बच नहीं पाते और शाम को प्रभु साव भी शायद नहीं बच पाता। संयोग से प्लान गड़बड़ हो गया। हत्या के दो दिन पहले 10 अप्रैल को उसके घर में मटन बना था। जहां उसके साले समेत अन्य ने शराब पी थी।

दीपक को भेजा गया न्यायिक हिरासत में, रिमांड पर लेगी पुलिस

चार हत्या के आरोपित दीपक कुमार को कोविड जांच के बाद कदमा थाना की पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जरूरत होगी तो पुलिस उसे रिमांड पर लेगी। कुछ विंदुओं पर पूछताछ करेगी।

बचपन के मित्र प्रभु साव, उसके भांजे और पत्नी की भी हत्या करने वाला था कदमा का दीपक

कदमा तीस्ता रोड टाटा स्टील के क्वार्टर में पत्नी वीणा देवी, दाे पुत्रियों और ट्यूशन शिक्षिका की हत्या करने के मामले में धनबाद से गिरफ्तार कर जमशेदपुर लाए गए टाटा स्टील के कर्मचारी दीपक कुमार को वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वानन ने मीडिया के सामने किया। पुलिस को आरोपित ने बताया परसुडीह थाना क्षेत्र सोपोडेरा में उसका मकान था जिसकी बिक्री उसके बचपन के मित्र प्रभु साव ने 40 लाख रुपये में करवा दी। विलासपुर में रहने वाले अपने भाई मृत्युंजय कुमार को 20 लाख रुपये दे दी। 20 लाख रुपये अपने पास रख लिया। प्रभु ने 17 लाख में अपना ट्रक हत्यारोपित दीपक कुमार को बेच दी। ट्रक का पांच साल का टैक्स बकाया था। प्रभु ने अपना बुलेट भी दीपक को एक लाख में दे दिया। ट्रक गोविंदपुर के जोजोबेड़ा में ट्रांसपोर्ट के अधीन चलने लगा। उससे 65 हजार रुपये प्रतिमाह मिलने लगे। रुपये आने पर खर्च भी बढ़ा। इसी बीच लॉकडाउन लग गया। लॉकडाउन लगने से आमदनी बंद हो गई और खर्च बढ़ गया। उसने न सिर्फ बैंक से लोन लिया, बल्कि पीएफ लोन एक लाख 40 लाख रुपये भी उठा लिया। टाटा स्टील में उसे 34 हजार रुपया वेतन मिलता था। लाेन कटने के कारण आठ हजार रुपये वेतन हाथ में मिलने लगा। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण घर में तनाव होने लगा। ट्रक खड़गपुर के लक्ष्मी मेटल्स में चलाने का निर्णय

प्रभु साव का भांजा रोशन ने उससे कहा कि उसके पास भी भारी ट्रक है। दोनों ने ट्रक खड़गपुर के लक्ष्मी मेटल्स में चलाने का निर्णय लिया। लेकिन रोशन ने ट्रक से होने वाली आमदनी नहीं दी। कर्ज बढ़ता गया। गौरतलब है कि दीपक की शादी 2004 में वीणा के साथ हुई थी। 2012 में टाटा स्टील के फायर विभाग में नौकरी ज्वाइन की। बचपन से ही दीपक अय्याश किस्म का रहा है।

दोस्त को धोखाधड़ी करने का सजा देना चाहता था दीपक

एसएसपी ने बताया आरोपित के अनुसार, उसे लगने लगा कि बचपन के मित्र ने उसके साथ धोखाधड़ी की है और भांजा रोशन भी इसमें शामिल है। दोनों के कारण वह बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है। इसलिए रोशन, उसकी पत्नी और प्रभु साव की हत्या की योजना बनाई किस तरह से घटना को अंजाम देना है। समय भी निर्धारित कर रखा था। लेकिन तभी उसके दिमाग में आया कि अगर हम नहीं रहेंगे तो मेरा परिवार सड़क पर आ जाएगा। इस कारण दोस्त, दोस्त के भांजे और उसकी पत्नी की हत्या से पहले अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या विगत 12 अप्रैल की हथौड़ी से प्रहार कर तकिया से मुंह दाबकर सुबह कर दी। इसके बाद शिक्षिका को भी मौत के घाट उतार दिया। हत्या के वक्त उसने कोई नशा नहीं रखा था। घर बुलाकर रोशन और उसे साले पर हमला किया, लेकिन दोनाें बच गए। प्लान फेल हाे गया। उसी दिन शाम में छह बजे प्रभु साव की जोजोबेड़ा प्लांट इलाके के पास जाकर हत्या करने की योजना थी। इसके लिए उसे स्कूटी की जरूरत थी। इस कारण उसकी निगाह शिक्षिका रिंकी की स्कूटी पर थी।

सुबह-सुबह फ्रिज में पानी भर लेटी थी पत्नी, तभी सिर पर हथौ़ड़ा मार पत्नी की कर दी हत्या

दीपक कुमार ने 12 अप्रैल की सुबह आठ बज रहे होंगे। पत्नी फ्रिज में पानी भरकर और सभी काम कर बिस्तर पर लेटी थी। दोनों पुत्रियों 9-10 बजे के बीच सोकर उठती थी। पत्नी के सिर पर हथौड़ी से कई जोरदार प्रहार किए। वह बेहोश हो गई। इसके बाद तकिया से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। कुछ समय बाद 15 वर्षीय बेटी और सात वर्षीय छोटी बेटी की भी पत्नी की तरह हत्या कर दी। इसके नहाने के बाद वह कदमा शास्त्रीनगर अपनी ससुराल चला गया। वहां से पत्नी का गहना लिया जिसकी बिक्री साढ़े चार लाख रुपये में कदमा बाजार के आरके ज्वेलर्स में कर दी। ज्वेलर्स ने दोपहर में रुपये का इंतजाम करके देने का आश्वासन दिया। वह घर आ गया। उसने रौशन और उसकी पत्नी को दोपहर पर खाने के लिए बुलाया। मंशा दोनों की हत्या किए जाने की थी।

शिक्षिका की हत्या करने का बाद शव के साथ किया दुष्कर्म

दीपक कुमार ने बताया कि शिक्षिका छोटी बेटी को पढ़ाने के लिए 11 बजे घर पर आ गई थी। वह सोफा वाले रूम में आकर बैठ गई। उसने चाकू का भय दिखा शिक्षिका से कहा कि शाम छह बजे तक उसकी स्कूटी उसे चाहिए तब तक कमरे में रहने की धमकी दी। बंधक बनाकर रखना चाहता था। चाकू देखते ही शिक्षिका शोर मचाने लगी। इधर-उधर भागने लगी। वह उस कमरे की ओर चली गई जहां पत्नी और बच्चों का शव पड़ा था। शिक्षिका यह देख हतप्रभ रह गई। दीपक को लगा कि अब वह फंस जाएगा। टेप से शिक्षिका के हाथ बांध दिए। मुंह में टेप सटा दिया। गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव के साथ दुष्कर्म किया। शव को बाक्स पलंग में डाल दिया। उसकी स्कूटी घर के बरामदे में रख दी। इस बीच वह ज्वेलर्स की दुकान से तीन लाख रुपये लेकर आ गया। डेढ़ लाख रुपये अपने भाई के खाते को जमा करा देने को कहा।

रोशन अपने साले और पत्नी के साथ दोपहर में घर पर आया

दीपक ने बताया कि रोशन, उसका साला अंकित और पत्नी आराध्या गोद में बच्ची को लेकर घर पर आए। जिस कमरे में पत्नी, पुत्रियों और शिक्षिका का शव था उसे पहले ही बंद कर दिया था। सभी गेस्ट रूम में बैठे थे। तभी रोशन की पुत्री ने पॉर्टी कर दी। रोशन और उसकी पत्नी बाथरूम की ओर चले गए। अंकित सोफा पर बैठा था। उसने पीछे से उसके पर हथौड़ा से प्रहार करना शुरू कर दिया। रोशन और उसकी पत्नी बीच-बचाव काे आए तो रोशन पर भी हमला कर दिया। हल्ला होने पर उसने म्यूजिक सिस्टम हाई कर दिया। रोशन और उसकी पत्नी बाहर भागे। पड़ोसियों से मदद मांगने लगे। प्लान फेल हो गया। वह किसी तरह दोनों का इलाज कराने का झांसा देकर घर बंद कर बुलेट से निकल गया।


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