झारखंड में डॉ अजय से बड़ा कोई अवसरवादी नेता नहीं : डॉ अमित
संवाद सहयोगी, घाटशिला : झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के कार्यकर्ताओं की एक बैठक रविवार को हुई।
संवाद सहयोगी, घाटशिला : झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के कार्यकर्ताओं की एक बैठक रविवार घाटशिला के मारवाड़ी पंचायती धर्मशाला में जिलाध्यक्ष मो इकबाल के अध्यक्षता में हुई। बैठक में उपस्थित घाटशिला विधानसभा प्रभारी डॉ अमित ¨सह मुंडा ने कहा झारखंड के अस्तित्व को बचाने के लिए कार्यकर्ताओं को आगे आना होगा। झारखंड की जनता के लिए अब एक ही विकल्प झाविमो के रूप में हैं। पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को झारखंड की जनता मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती हैं। झारखंड में स्थानीय नीति के विरोध में सबसे पहला आंदोलन झाविमो ने किया। पार्टी ने इस जन-विरोधी नीति का पुरजोर विरोध किया।इस दौरान उन्होंने पूर्व सांसद डॉ. अजय कुमार निशाना साधा। कहा कि उनसे बड़ा अवसरवादी नेता झारखंड में कोई नहीं है। जब वह वजूद तलाश रहे थे तब झाविमो ने उन्हें सहारा दिया और पार्टी की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़े। जीत हासिल की। जमशेदपुर लोकसभा के सांसद बने। लेकिन जब डॉ अजय कुमार को लगा की संगठन कमजोर हो रहा है तो पाला बदल लिया।
इससे पूर्व घाटशिला प्रभारी को जिलाध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने माला पहना कर स्वागत किया। इसके बाद अमित ¨सह मुंडा ने कार्यकर्ताओं संग बैठक कर सांगठनिक ¨बदुओं पर चर्चा की। घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के संगठन मजबूती पर चर्चा हुई। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के घाटशिला होने वाले कार्यक्रम पर भी चर्चा की। फिलहाल कार्यक्रम की तिथि की घोषणा नहीं हुई। हालांकि संगठन के कार्यकर्ताओं को प्रखंड स्तर पर इसकी तैयारी में लग जाने का निर्देश दिया गया। बैठक में ग्रामीण जिला प्रभारी जटाशंकर पांडेय समेत रोहित हांसदा, निर्मला शुक्ला, साकेत अग्रवाल, सुनाराम टुडू, चंचल दास, हेमंत कुमार महतो, अमर महतो,अजित ¨सह, स्वर्ण कौर, रूपा सरकार समेत कई मौजूद रहे।