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जुस्को यूनियन के चुनाव पर लगा ग्रहण, एजीएम की वैधता पर होगी सुनवाई

जुस्को श्रमिक यूनियन के चुनाव पर एक बार फिर ग्रहण लग गया है। मार्च में कोरोना की वजह से तत्कालीन उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने चुनाव की प्रक्रिया पर लगा दी थी जबकि अब उपायुक्त सूरज कुमार ने पर्व-त्योहार की वजह से रोक लगा दी है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 05:00 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 05:00 PM (IST)
जुस्को यूनियन के चुनाव पर लगा ग्रहण, एजीएम की वैधता पर होगी सुनवाई
जुस्को श्रमिक यूनियन के चुनाव पर एक बार फिर ग्रहण लग गया है।

 जमशेदपुर, जासं।  जुस्को श्रमिक यूनियन के चुनाव पर एक बार फिर ग्रहण लग गया है। मार्च में कोरोना की वजह से तत्कालीन उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने चुनाव की प्रक्रिया पर मार्च में रोक लगा दी थी, जबकि अब उपायुक्त सूरज कुमार ने पर्व-त्योहार में प्रशासनिक व्यस्तता को कारण बताकर छठ के बाद चुनाव कराने को कहा है।

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ताजा मामला झारखंड सरकार के अपर निबंधक (श्रमिक संघ) श्याम सुंदर पाठक की नोटिस का आ गया है, जिसमें उन्होंने जुस्को श्रमिक यूनियन की 14 मार्च को हुई आमसभा (एजीएम) मामले की सुनवाई करने की बात कही है। इसकी शिकायत यूनियन के पूर्व महासचिव एसएल दास ने 23 जून को अपर निबंधक से की थी। अपर निबंधक ने सात नवंबर को इस मामले में सुनवाई करने का आदेश जारी किया है।

ये बात कही है शिकायत में 

 एसएल दास ने अपनी शिकायत में कहा था कि जुस्को श्रमिक यूनियन की आमसभा में तत्कालीन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय को एक बार फिर को-आप्ट करने का प्रस्ताव पारित होना था। आमसभा में रघुनाथ पांडेय ने अध्यक्षीय भाषण तो दिया ही, सचिवीय प्रतिवेदन और आय-व्यय का ब्योरा भी प्रस्तुत कर दिया। नियम के मुताबिक सचिवीय प्रतिवेदन महासचिव या सचिव और आय-व्यय का ब्योरा कोषाध्यक्ष को देना होता है। मजे की बात है कि आमसभा में महासचिव वीडी गाेपाल कृष्णा भी उपस्थित थे, लेकिन वे चुपचाप बैठे रहे। यह कृत्य असंवैधानिक नहीं है तो क्या है। दास ने अपर निबंधक से आग्रह किया है कि मामले की जांच पर कार्रवाई करते हुए आमसभा को रद घोषित करें। 

रघुनाथ खेमे ने दास की भूमिका पर उठाए सवाल

उधर, इस मामले में यूनियन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय के समर्थकों ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि एसएल दास जब यूनियन के सदस्य या कंपनी के कर्मचारी नहीं हैं तो किस हैसियत से यूनियन के मामले में दखलंदाजी कर रहे हैं। वे खुद दो बार को-आप्ट होकर महासचिव बन चुके हैं, जिसमें पहली बार 2016 में तो वोटिंग में भी नहीं गए। रघुनाथ पांडेय तो मनोनयन के बाद हर बार वोटिंग सिस्टम में जाकर अध्यक्ष चुने गए हैं। रघुनाथ समर्थकों द्वारा जारी किए गए बयान में आरके शुक्ला, सूरज सिंह, रवींद्र कुमार, संतोष कुमार व दीपक कुमार शामिल हैं। बहरहाल, इस मामले में देखने वाली बात होगी कि सात नवंबर की सुनवाई के बाद अपर निबंधक क्या फैसला सुनाते हैं। 

अध्यक्ष पद के नामांकन पत्र हुए दाखिल

जुस्को श्रमिक यूनियन के चुनाव पर जारी उहापोह के बीच गुरुवार को निर्धारित प्रक्रिया के मुताबिक अध्यक्ष पद के उम्मीदवार रघुनाथ पांडेय, संतोष कुमार झा व उदय नारायण ने नामांकन पत्र दाखिल किया। चुनाव पदाधिकारी सीएस झा व उपचुनाव पदाधिकारी अश्विनी माथन ने बताया कि अब तक उन्हें चुनाव स्थगित करने का आदेश नहीं मिला है, इसलिए चुनाव प्रक्रिया जारी रखा जाएगा। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक शुक्रवार को नामांकन वापसी की प्रक्रिया जारी रहेगी। ज्ञात हो कि यूनियन का चुनाव तीन-चार नवंबर को होना है।


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