जमशेदपुर में शानो शौकत से निकला जुलूस ए मोहम्मदी, मुख्यमंत्री भी हुए शामिल
जुलूस ए मोहम्मदी मानगो के गांधी मैदान से उलमा की तकरीर के बाद 9:00 बजे निकला।
जमशेदपुर, जेएनएन। ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में पूरे अकीदत व एहतेराम के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर हर तरफ खुशी का सफर समा है। मानगो के ओल्ड पुरुलिया रोड से लेकर धतकीडीह तक कार, बाइक, ट्रक पर सवार लोग सरकार की आमद मरहबा, आका की आमद मरहबा के नारे लगाते हुए चल रहे हैं। जुलूस में एक लाख से ज्यादा अकीदतमंदो का जनसैलाब उमड़ने का दावा किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
जमशेदपुर में मुख्यमंत्री रघुवर दास भी जुलूस में शामिल हुए। उन्होंने लोगों से मुलाकात की और शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस बाबत ट्वीट कर भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जमशेदपुर के ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में शामिल हुआ और मुस्लिम भाई-बहनों को बधार्इ दी।
गांधी मैदान से 9 बजे निकला जुलूस
जुलूस ए मोहम्मदी मानगो के गांधी मैदान से उलमा की तकरीर के बाद 9:00 बजे निकला। इस जुलूस में आगे आगे उलमा कारी जिया उल मुस्तफा असलम रब्बानी बुरहान उल हुदा हाफिज असरार हाजी फिरोज खान आदि और पीछे आवाम चल रही थी। आवाम के पीछे जीप, कार, बाइक और ट्रक पर सवार लोग थे। वाहनों में लाउडस्पीकर पर नाते पाक का तराना चल रहा है। तंजीम अहले सुन्नत के उलमा कारी जिया उल मुस्तफा की अगुवाई में निकला जो जुलूस 11:00 बजे साकची के आम बागान मैदान पहुंचा। यहां उलेमा ने तकरीर की और लोगों को दीन की बातें बताई।
कुरान की तिलावत से कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत कुरान की तिलावत से हुई। कुरान की तिलावत कारी असलम रब्बानी ने की। कार्यक्रम का संचालन मौलाना बुरहानुद्दीन किया। कार्यक्रम के दौरान नारे तकबीर अल्लाह हो अकबर नारे रिसालत या रसूल अल्लाह के नारे गूंज रहे थे। नाते पाक पढ़ी गई मुमताज अनवर ने पढ़ा वतन में रह के खुद अपना घर अच्छा नहीं लगता, बुला लीजे मदीने में इधर अच्छा नहीं लगता। तलाश ए रिज्क की मजबूरियां है सामने वरना मदीने के सिवा कोई सफर अच्छा नहीं लगता।