Tata Motors में कर्मचारी पुत्रों को बहाल करने का मामला गरमाया, परिवहन मंत्री को सुनाई फरियाद
Tata Motors. टाटा मोटर्स कंपनी में फुल टर्म अप्रेंटिस (एफटीए) ट्रेनिंग पूरा करनेवाले प्रशिक्षुओं ने परिवहन मंत्री चंपई सोरेन से मिलकर कंपनी में बहाली में मौका देने की मांग की है। मंत्री ने उचित पहल करने का आश्वासन प्रशिक्षुओं को दिया।
जमशेदपुर, जासं। जब से टाटा मोटर्स में तीन साल प्रशिक्षण प्राप्त कर्मीपुत्रों को अस्थायी रोल में करने की अधिसूचना जारी हुई है, तभी से आदिवासी-मूलवासियों ने आंदोलन के स्वर तेज कर दिए हैं। इसी क्रम में टाटा मोटर्स कंपनी में फुल टर्म अप्रेंटिस (एफटीए) ट्रेनिंग पूरा करनेवाले प्रशिक्षुओं ने परिवहन मंत्री चंपई सोरेन से मिलकर कंपनी में बहाली में मौका देने की मांग की है।
मंत्री को प्रशिक्षुओं ने बताया कि कंपनी में कर्मचारी वार्ड को बाइ सिक्स बहाली प्रक्रिया में लिया गया है। पूर्व में ट्रेनिंग किये अनुसूचित जाति (एससी) एवं अनुसूचित जनजाति (एसटी) व सामान्य जाति के प्रशिक्षुओं को भी मौका दिया जाता था। प्रशिक्षुओं ने बहाली प्रक्रिया में सभी को मौका देने की मांग की। मंत्री ने उचित पहल करने का आश्वासन प्रशिक्षुओं को दिया। इससे पूर्व प्रशिक्षु टाटा मोटर्स प्लांट हेड, डीसी ,डीएलसी व विधायक रामदास सोरेन, विधायक संजीव सरदार को मांग पत्र सौंप चुके हैं।
आदिवासी एसोसिएशन भी समर्थन में आगे
उधर, आदिवासी एसोसिएशन ने भी कीताडीह में बैठक कर खतियानधारी भूमि पुत्रों की बहाली नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। यूनियन में आदिवासी मूलवासी को रखने, कंपनी में चल रही बहाली प्रक्रिया में संशोधन कर बहाली पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। पांचवीं अनुसूची शिड्यूल एरिया में नियम बनाकर आदिवासी, मूलवासी व यहां के खतियानधारी भूमि पुत्रों की बहाली करने की मांग की गई थी। आदिवासी अफेयर्स एसोसिएशन ने समय रहते मूलवासी व आदिवासियों के हित में निर्णय नहीं लेने की स्थिति में आंदोलन करने की धमकी दी है।