Jharkhand Assembly Election 2019 : जेएमएम को झटका, विधायक का टिकट काट जिसे दिया उसी का नामांकन अटका
सुखराम के नामांकन को होल्ड पर रखा गया है। उनके मुकदमो से संबंधित दस्तावेज को चुनाव आयोग ने तलब किया है। दो केस के मामले में जवाब दाखिल करने को कहा गया है।
जमशेदपुर (जेएनएन)। झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर नित नई धमाकेदार खबरें आ रही हैं। ताजा मामला चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा है। यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जिस सिटिंग विधायक का टिकट काट कर दूसरे को दिया, उस प्रत्याशी का नामांकन ही अटक गया है।
ये प्रत्याशी हैं सुखराम उरांव जिन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा ने चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है। इस सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में झामुमो के ही टिकट पर शशिभूषण सामड जीते थे। इस बार झामुमो ने अपने वर्ष 2005 में विजयी रहे अपने पुराने प्रत्याशी पर दांव आजमाते हुए सुखराम उरांव को टिकट दिया था। सुखराम को यह टिकट अपने ही सिटिंग विधायक शशिभूषण सामड की जगह दिया गया। पार्टी के इस निर्णय से खफा शशिभूषण सामड ने भी पाला बदल लिया। वे झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर चुके हैं।
अब झामुमो प्रत्याशी सुखराम उरांव का नामांकन फिलहाल लटक गया है। उनके आपराधिक रिकार्ड को लेकर यह मामला अटका है। उनके नामांकन को होल्ड पर रखा गया है। स्क्रूटनी के दौरान उनसे जमशेदपुर व चाईबासा के दो मुकदमों से संबंधित दस्तावेज चुनाव आयोग ने तलब किए। कागजात के लिए समय सीमा पहले मंगलवार को तीन बजे तक तय की गई थी। एक मामला जमशेदपुर से जुड़ा था जिसमें सुखराम बरी हो चुके हैं। इससे संबंधित दस्तावेज सुखराम के प्रतिनिधि ने जमा कर दिया जबकि दूसरे मामले में कागजात प्रस्तुत करने के लिए कुछ ओर समय देने की मांग की गई। दूसरा मामला चाईबासा से जुड़ा है। इसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी प्रदीप प्रसाद ने सुखराम उरांव को बुधवार सुबह ग्यारह बजे तक संबंधित कागजात जमा कराने को कहा है। कागजात जमा न करने की हालत में नियमानुसार निर्णय लिए जाने की बात उन्होंने कही। निर्धारित किए गए समय तक सुखराम का नामांकन होल्ड पर रहेगा। इस संबंध में चक्रधरपुर के एसडीओ प्रदीप प्रसाद ने बताया कि चक्रधरपुर विधानसभा सीट पर कुल 12 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। उनमें 11 प्रत्याशियों का नामांकन सही पाया गया। सुखराम उरांव का नामांकन होल्ड पर रखा गया है। दो मामलों के कागजात प्रस्तुत करने के लिए उन्हें नोटिस किया गया है। एक मामले के कागजात जमा कराए गए हैं जबकि दूसरे के लिए एक बार फिर बुधवार सुबह 11 बजे तक समय दिया गया है।