Jharkhand: झामुमो विधायक दल के सचेतक ने कहा, छठ तो होगा ही, सरयू बोले- बिहार की तरह मिले अनुमति
छठ पर्व को लेकर राज्य सरकार ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है जिसमें नदी तालाब डैम लेक आदि के किनारे छठ मनाने पर पाबंदी लगाई है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर लोग छठ कहां करेंगे। इस पर जुगसलाई विधानसभा के विधायक व झारखंड मुक्ति मोर्चा...
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) । छठ पर्व को लेकर राज्य सरकार ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है, जिसमें नदी, तालाब, डैम, लेक आदि के किनारे छठ मनाने पर पाबंदी लगाई है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर लोग छठ कहां करेंगे। इस पर जुगसलाई विधानसभा के विधायक व झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल के सचेतक मंगल कालिंदी ने कहा कि गली-मोहल्लों में लोग कृत्रिम तालाब बनाकर छठ करेंगे।
इसमें कोई रोक-टोक नहीं हाेगी। इसके लिए वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी बात करेंगे। छठ पर्व कोई मामूली त्योहार नहीं है। वे खुद छठ मइया की कृपा से विधायक बने हैं। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में कई दिनों से लाेगों को कृत्रिम तालाब बनाने की बात कह रहे थे। गोविंदपुर में कई लोगों ने बनाए भी हैं।
सरकार ने बहुत सोच-समझकर नदी किनारे छठ करने से मना किया है। नदी में अनुमति देने से कई इलाके के लोग एक जगह जुट जाएंगे, जिससे पता ही नहीं चलेगा कि किसे कोरोना है, किसे नहीं। कम से कम मोहल्ले में यह स्थिति नहीं होगी। वहां सभी लोग एक-दूसरे को जानते हैं। भीड़ कहीं भी लगाने की अनुमति नहीं होगी, लोग दूरी रखकर बारी-बारी से अर्घ्य देंगे। छठ तो होगा ही।
कोरोना से बचाव जरूरी
केंद्रीय छठ पूजा आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक व विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि कोरोना से बचाव जरूरी है। हमें कोई लापरवाही नहीं बरतना है। कोरोना से ही हमारे वरिष्ठ मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का निधन हो गया। मंत्री जगरनाथ महतो का फेफड़ा ट्रांसप्लांट कराना पड़ा, इसलिए हम कोई ऐसा काम नहीं करेंगे, जिससे समाज को नुकसान होगा।
बिहार की तरह अनुमति मिलनी चाहिए : सरयू
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा कि कम से बिहार की तरह तालाब में छठ करने की अनुमति मिलनी चाहिए। वह इस संबंध में सरकार से मंगलवार को ही बात करेंगे। नदी-तालाब सब जगह पाबंदी लगा देंगे तो लोग कहां जाएंगे।