गडकरी ने किया देश के पहले डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर का शिलान्यास,बोले- जमशेदपुर बनेगा दुनिया का सबसे सुंदर शहर
Double Decker Elevated Corridor केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कोल्हान की 10 सड़क परियोजनाओं को शिलान्यास किया। इस दौरान गडकरी ने कहा कि हमारे देश के विकास में रास्तों का बहुत महत्व है। झारखंड में उद्योग की स्थापना होनी चाहिए। उद्योग होंगे तो रोजगार का निर्माण होगा।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। Double Decker Elevated Corridor: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कोल्हान की 10 सड़क परियोजनाओं को शिलान्यास किया। बिष्टुपुर के गोपाल मैदान से अपने संबोधन में गडकरी ने टाटा स्टील का आभार जताया। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील को इस बात के लिए धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने हमें इस सड़क के निर्माण के लिए स्टील स्लैग दिया है।
टाटा स्टील के एमडी से की अपील
जमशेदपुर-महुलिया की 44 किलोमीटर फोरलेन सड़क टाटा स्टील के एमडी को अनुरोध करूंगा कि आपके यहां और पूरे झारखंड में जहां-जहां भी वेस्ट मैटेरियल पड़ा है, हमें उपलब्ध करा दें तो हम इसका उपयोग करेंगे। आपकी जमीन भी खाली होगी और देश का विकास भी होगा। हम बिहार-झारखंड समेत आसपास की सड़कें स्टील स्लैग से बनाएंगे।
रास्तों का किसी भी देश के विकास में होता है अहम योगदान
इससे पहले गडकरी ने कहा कि हमारे देश के विकास में रास्तों का बहुत महत्व है। झारखंड में उद्योग की स्थापना होनी चाहिए। उद्योग होंगे, तो रोजगार का निर्माण होगा। किसी भी उद्योग के लिए चार चीज बहुत जरूरी है, वह चीज है वॉटर, पावर, ट्रांसपोर्ट और कम्यूनिकेशन।
डबल डेकर रोड के शिलान्यास पर जताई खुशी
झारखंड में 2014 में मोदी जी की सरकार आई तो दो-ढाई सौ किलोमीटर की सड़क बनी थी। आज चार हजार किलोमीटर की सड़क है। आज मुझे बहुत खुशी है। आज पहली बार पहले ऐसे रोड का शिलान्यास कर रहा हूं, जो डबल डेकर है।
इसके सबसे ऊपरी तल की सड़क सीधे निकलेगी, जबकि इसके नीचे वाली सड़क में चार-पांच रैम्प होंगे। मैंने अधिकारियों से कहा कि 50 साल का प्लान सोचकर इसे बनाओ। जमशेदपुर बहुत विकसित शहर है। डबल डेकर कॉरिडोर बनने के बाद यह दुनिया का सबसे आकर्षक शहर बनेगा।
सांसद विद्युत महतो को दिया डबल डेकर रोड का श्रेय
टाटा-रांची की एनएच-33 सड़क में सीबीआई, कोर्ट सहित इतनी अड़चनें थीं कि इस पर एक किताब लिखी जा सकती है। पहले रांची से जमशेदपुर में आने में पहले पांच घंटे लगते थे, अब ढाई घंटे लग रहे हैं।
मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यह डेढ़ घंटे हो जाएगा। चांडिल से पुरुलिया की सड़क भी जून 2023 तक बन जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने डबल डेकर रोड का श्रेय सांसद विद्युत वरण महतो को दिया।
11 साल से झूल रहा था एनएच-33 : सांसद
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आने और सड़कों के शिलान्यास से सांसद विद्युत वरण महतो काफी खुश थे। उनकी खुशी संबोधन में भी झलक रही थी। महतो ने कहा कि एनएच-33 11 साल से झूल रहा था। सीबीआइ और कोर्ट में मामला चल रहा था। किसी तरह इसे गडकरी जी ने बनाया।
राज्य की सड़कों पर कहा कि फूलडुंगरी से झांटीझरना और भुइयांसिनान से हाथीखेदा की सड़क के लिए एनएचएआइ ने झारखंड सरकार को सीआरएफ से 500 करोड़ रुपये दिया। अब आसनबनी काली मंदिर से बांकुड़ा तक सड़क बनाएंगे।
मेरे कार्यकाल में 420 किलोमीटर सड़क बनी थी : रघुवर
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने संबोधन में कहा कि नितिन गडकरी के पांव जहां पड़ते हैं, वहां विकास के रास्ते खुल जाते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में जनवरी 2015 से दिसंबर 2019 तक 420 किलोमीटर सड़क बनी थी। इसके बाद तीन साल में लगभग 14,400 करोड़ से 440 किलोमीटर सड़क बन चुकी है।
अब भी केंद्र की 15 में से सात परियोजना राज्य सरकार की लापरवाही से शुरू नहीं हो सकी है। मैं राज्य सरकार से आग्रह करता हूं कि सर्किल रेट और वन विभाग का एनओसी जल्दी दिलाए। रघुवर ने भी एनएच-33 और डबल डेकर रोड का श्रेय सांसद विद्युत वरण महतो को दिया।
एक बार में ही चार रेल ओवरब्रिज को दे दी स्वीकृति : कोड़ा
सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि जब हम 2019 में जीतकर संसद पहुंचे, तो उसके बाद अगस्त में नितिन गडकरी से मिली थी। इन्होंने हमारी समस्या को गंभीरता से लिया और चार रेल ओवरब्रिज को एक ही बार में स्वीकृति दे दी।
अब दो रेलवे फाटक बड़ाजामदा और मनोहरपुर बच गए हैं, मैं चाहूंगी कि यहीं इस पर मुहर लग जाए। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से हैवी व्हीकल ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने का आग्रह किया है। कोड़ा ने कहा कि इससे यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा।