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Jharkhand News : झारखंड के इस यूनिवर्सिटी में होगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर साइबर लॉ तक की पढ़ाई, जल्द ले लें एडमिशन

Jharkhand News यूनिवर्सिटी में एएनएम वोकेशनल कोर्स के अलावा साइबर ला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस गिटार कत्थक टिसू कल्चर टेक्नोलाजी एप्लाइड फूड माइक्रोबायोलॉजी सेरीकल्चर मशरूम कल्चर टेक्नोलाजी फोरेंसिक साइंस डिजिटल मार्केटिंग सहित अन्य कोर्स की पढ़ाई शुरू हो रही है...

By Jitendra SinghEdited By: Published: Thu, 22 Sep 2022 11:41 AM (IST)Updated: Thu, 22 Sep 2022 11:41 AM (IST)
Jharkhand News : झारखंड के इस यूनिवर्सिटी में होगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर साइबर लॉ तक की पढ़ाई, जल्द ले लें एडमिशन
Jharkhand News : महिला यूनिवर्सिटी में होगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर साइबर लॉ तक की पढ़ाई, जल्द ले लें एडमिशन

जमशेदपुर : जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. (डा.) अंजिला गुप्ता की अध्यक्षता में एकेडमिक काउंसिल की पहली बैठक बुधवार को बिष्टुपुर कैंपस में आयोजित हुई। रजिस्ट्रार डा. प्रभात कुमार सिंह ने स्वागत संबोधन किया। कुलपति ने सभी सदस्यों को विश्वविद्यालय में एकेडमिक काउंसिल के महत्व से अवगत कराया। उसके बाद कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

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माइक्रोबायोलॉजी, सेरीकल्चर का भी कोर्स हो रहा शुरू

प्रमुख निर्णयों में से एक एएनएम वोकेशनल कोर्स के अलावा साइबर ला, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, गिटार, कत्थक, टिसू कल्चर टेक्नोलाजी, एप्लाइड फूड, माइक्रोबायोलॉजी, सेरीकल्चर, मशरूम कल्चर टेक्नोलाजी, फोरेंसिक साइंस, डिजिटल मार्केटिंग, इवेंट मैनेजमेंट, जीएसटी और होटल मैनेजमेंट जैसे रोजगारपरक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने का हुआ। कोर्स के अनुसार विभिन्न संकायों के अंतर्गत संबंधित डीन इसकी जिम्मेदारी संभालेंगे। इसके साथ ही वोकेशनल कोर्स को भी उच्चस्तरीय बनाने का निर्णय लिया गया।

कोर कमेटी ने किया प्रस्ताव पारित

मालूम हो कि कुलपति ने अपनी नियुक्ति के दिन ही इस तरह के कोर्स प्रारंभ करने प्राथमिकता गिना दी थी। इस पर अब अमल होना भी प्रारंभ हो गया। बैठक में कुलपति ने कहा कि जमशेदपुर और कोल्हान की छात्राओं के लिए ये कोर्स बहुत उपयोगी हो सकते हैं। शार्ट टर्म के सर्टिफिकेट कोर्स से न केवल छात्राएं स्किल्ड बनेंगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी रोजगार के लिए भी तैयार हो सकेंगी। बैठक में विभिन्न विभागों की पाठ्यक्रम समितियों, आईक्यूएसी, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की कोर कमेटी, विभिन्न अधिकारियों और कार्यालयों द्वारा पूर्व में पारित प्रस्तावों की संपुष्टि की गई।

नई शिक्षा नीति पर आधारित है कोर्स

नई शिक्षा नीति पर निर्णय लेते हुए पूर्व में कुलपति के निर्देशन में तैयार चार वर्षीय यूजी पाठ्यक्रम को लागू करने का निर्णय लिया गया। साथ ही, पीजी के लिए पहले से चल रहे कोर्स को यूनिवर्सिटी के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। पीएचडी/एमफिल के लिए यूजीसी रेगुलेशन 2016 को अपनाने के साथ ही विश्वविद्यालय में रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट (जेडब्ल्यूयूआरईटी) शुरू करने का भी निर्णय हुआ। पहले से नामांकित पीएचडी/एमफिल स्कालर्स को यूनिवर्सिटी के अंर्तगत एब्जार्ब करने का निर्णय लिया गया।

यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष बनाए गए सदस्य

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिलि में दो बाह्य विशेषज्ञ सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। इसमें गुजरात सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. आर.एस. दुबे एवं नीपा, नई दिल्ली में मैनेजमेंट के प्रोफेसर एवं विभिन्न राज्य पब्लिक सर्विस कमीशन के पूर्व अध्यक्ष एवं संघ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. पी.के. जोशी को शामिल किया गया। कुलपति ने कहा कि ऐसे ख्यात शिक्षाविदों के बहुमूल्य परामर्श से विश्वविद्यालय को एकेडमिक एक्सीलेंस पर पहुंचाने में सहयोग मिलेगा।

यूजी के कई विषयों की सीटें बढ़ी, नामांकन जारी

छात्राओं के बीच जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में नामांकन की इच्छा और विभिन्न छात्र संगठनों के ज्ञापन का संज्ञान में लेते हुए यूजी के विभिन्न विषयों में सीट बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्णय लिया गया। विशेष रूप से भूगोल, अंग्रेजी, इतिहास, जंतुविज्ञान में सीट बढ़ाने की बात हुई। जंतुविज्ञान में छात्राओं की संख्या ज्यादा होने के कारण दो शिफ्ट में क्लास चलाने पर निर्णय लिया गया। इन विषयों पर नामांकन का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है।

इससे जुड़े शिक्षकों की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए सेवानिवृत्त शिक्षकों को मानदेय पर रखने का निर्णय हुआ। शिक्षकों की कमी को देखते हुए शिक्षा विभाग के शिक्षकों को उनके विषय के अनुसार यूजी के क्लासेज देने का निर्णय हुआ। दो खेल शिक्षक को रखने पर सहमति बनी जो साई से ट्रेंड होंगे। एक कल्चरल सोसाइटी बनाने का निर्णय हुआ हुई जो डिबेट, डांस, म्यूजिक, फोटोग्राफी आदि में छात्राओं के प्रदर्शन और प्रोत्साहन पर कार्य करेंगी।

ये है एकेडमिक काउंसिल के अन्य निर्णय

  • एकेडमिक काउंसिल की स्टैंडिंग कमिटी का गठन।
  • एमसीए, बीपीएड आदि के लिए बीओएस की बैठक आयोजित करना।
  • शिक्षकों का एकेडमिक अपग्रेडेशन, शोधगंगा से विवि को जोड़ना।
  • एमए इन योगा का नामकरण एमए इन योगिक साइंस करना।
  • परीक्षा बोर्ड में लिए गए सारे निर्णयों की संपुष्टि की गई।

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