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सिलिकोसिस बीमारी की चपेट में आने से पूर्वी स‍िंंहभूम में ग्राम प्रधान समेत चार लोगों की मौत

पूर्वी सिंहभूम के पोटका प्रखंड में स‍िल‍िकोस‍िस बीमारी की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई है। यह मौत साल दर साल हुई है। एक कंपनी में ये मजदूर काम करते थे। आरोप है क‍ि स‍िल‍िकोस‍िस से मौत हुई है। इसकी कोई जांच नहीं हुई है।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Thu, 06 Jan 2022 01:28 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jan 2022 04:57 PM (IST)
सिलिकोसिस बीमारी की चपेट में आने से पूर्वी स‍िंंहभूम में ग्राम प्रधान समेत चार लोगों की मौत
पूर्वी स‍िंंहभूम के पोटका में चार मजदूरों की मौत हो गई है। जागरण

पोटका, जागरण संवाददाता। पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड अंतर्गत धोलाडीह के ग्राम प्रधान विश्वनाथ सिंह की सिलिकोसिस बीमारी की चपेट में आने से पिछले महीने मौत हो गई थी| पिछले सात वर्षों से विश्वनाथ सिंह शालिग्राम इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड में काम कर रहे थे।

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गरीबी के कारण मजदूर नहीं करा पाए इलाज

स्थानीय ग्रामीण प्रवीण मुर्मू का कहना है कि पिछले दो वर्षों में शालिग्राम इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत चार मजदूरों की मौत हो गई है। हालांक‍ि, गरीबी के कारण इलाज नहीं करा पाए, जिसके कारण उनकी मौत हो गई है। सभी मरने वाले फैक्ट्री में सफेद पत्थर का चूर्ण बनाने के कार्य में लगे थे।

फैक्‍ट्री में काम करने से लोग कर रहे इन्‍कार

स्थानीय ग्रामीण प्रवीण मुर्मू का कहना है कि धोलाडीह गांव के ग्रामीणों ने अब उस फैक्ट्री में काम करने से साफ इन्‍कार कर दिया है। ग्राम प्रधान के पुत्र लखीनदर सिंह का कहना है कि पिता की मौत सिलिकोसिस बीमारी के कारण हो गई। उन्‍हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। साथ ही वह जो भी खाते थे, हजम नहीं कर पाते थे।

अबतक इन मजदूरों की मौत हुई

ग्राम प्रधान के पुत्र लखीनदर स‍िंंह ने यह भी बताया क‍ि वर्ष 2020 में पुनता सोरेन, वर्ष 2018 में सुगी सोरेन, वर्ष 2021 में पितून सोरेन की भी इसी बीमारी से मौत हो चुकी है। इन परिवारों में कमाने वाले मुखिया की मौत होने के बाद बच्चे अनाथ की तरह जीवन गुजर बसर कर रहे हैं।

पांच भाई बहन हो गए अनाथ

मृतका सुगी सोरेन की पुत्री पोमा सोरेन कहती हैं क‍ि हम पांच भाई बहन मां की मृत्यु के बाद अनाथ हो चुके हैं। मां की मृत्यु वर्ष 2018 में सिलिकोसिस बीमारी के कारण हो गई थी। कंपनी की ओर से किसी तरह का मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है। क‍िसी तरह मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे हैं।

मजदूरों की मौत टीबी के कारण हुई

उधर, शालिग्राम इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक रूपेश पंसारी से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था क‍ि उनकी कंपनी में कार्य करने के कारण मजदूरों की मौत नहीं हुई है। मजदूरों की मौत टीबी की बीमारी के कारण हुई होगी। वैसे यह जांच का विषय है।

श‍िकायत म‍िलने पर होगी जांच

उधर, सिलिकोसिस बीमारी के कारण ग्राम प्रधान समेत चार मजदूरों की मौत के प्रश्‍न पर एडीएम लॉयन ऑर्डर नंदकिशोर लाल ने कहा कि लिखित आवेदन मिलता है तो उच्च स्तरीय जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अभी तक क‍िसी मृतक के पर‍िवार की ओर से इस बारे में श‍िकायत नहीं की गई है।


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