झारखंड में लागू कोरोना पाबंदियों के बारे में आपको जानना जरूरी है, 31 जनवरी तक बढ़ाईं गयी; देखें गाइडलाइन
हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य में 31 जनवरी तक मिनी लॉकडाउन की वर्तमान व्यवस्था लागू रखने का फैसला लिया है। जो भी पाबंदी या छूट वर्तमान परिपेक्ष्य में लागू है उसे राज्य सरकार ने 31 जनवरी तक यथावत रखने का फैसला किया है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना पर काबू पाने के मकसद से झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य में 31 जनवरी तक मिनी लॉकडाउन की वर्तमान व्यवस्था लागू रखने का फैसला लिया है। जो भी पाबंदी या छूट वर्तमान परिपेक्ष्य में लागू है उसे राज्य सरकार ने 31 जनवरी तक यथावत रखने का फैसला किया है। यह कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला -खरसावां जिले में भी समान रूप से प्रभावी होगा।
यह जानकारी शनिवार शाम राज्य के आपदा प्रबंधन व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट के माध्यम से साझा की। उन्होंने लिखा कि सरकार हालात की लगातार समीक्षा कर रही हैं। आप सभी से अनुरोध है कि गाइडलाइंस का पालन करें एवं सुरक्षित रहें। गौरतलब हो कि सूबे की हेमंत सरकार ने कोरोना के बढते मामले को देखते हुए चार जनवरी को कइ तरह की पाबंदियां लगायी थी। पाबंदी 15 जनवरी तक के लिए थी। इसके एक बार फिर बढा दिया गया है।
राज्य में 31 जनवरी तक लॉकडाउन की वर्तमान व्यवस्था लागू रहेगी, जो भी पाबंदी या छूट वर्तमान परिपेक्ष्य में लागू है उसे राज्य सरकार ने 31 जनवरी तक यथावत रखने का फैसला किया हैं, सरकार हालात पर लगातार समीक्षा कर रही हैं, आप सभी से अनुरोध हैं कि गाइडलाइंस का पालन करें, सुरक्षित रहें।— Banna Gupta (@BannaGupta76) January 15, 2022
अभी लागू रहेगी ये पाबंदी
- सभी पार्क, स्विमिंग पूल, जिम, चिड़ियाघर, पर्यटन स्थल, खेल स्टेडियम पूर्णत: बंद रहेंगे।
- स्कूल, कॉलेज, कोचिंग इंस्टीट्यूट भी बंद रहेंगे, लेकिन इन संस्थानों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ प्रशासनिक कार्य होंगे।
- सिनेमाहॉल, रेस्टोरेंट, बार एवं शॉपिंग मॉल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे।
- रेस्टोरेंट, बार एवं दवा दुकानें अपने नॉर्मल समय पर बंद होंगी। बाकी सभी दुकानें रात्रि 8 बजे तक ही खुली रहेंगी।
- आउटडोर आयोजन में अधिकतम 100 लोग शामिल हो सकेंगे।
- इनडोर आयोजनों में कुल क्षमता का 50 प्रतिशत या 100 दोनों में से जो कम हो।
- सरकारी एवं निजी संस्थानों के कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुले रहेंगे।
- बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर प्रतिबंध रहेगा। सरकारी की ओर से घोषित इन पाबंदियों की मियाद 15 जनवरी 2022 को खत्म हो रही है।
अभी नहीं संभले हैं हालात, 472 नए मरीज मिले, दो की हुई मौत
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना से मौत का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को फिर दो मरीजों ने जान गंवा दी। इसमें बिरसानगर निवासी पुरुष (86) का इलाज ब्रह्मानंद अस्पताल में चल रहा था। वहीं, मनीफीट निवासी मरीज (75) का इलाज टीएमएच में चल रहा था। ये कई गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे। जिले में मृतकों की संख्या बढ़कर एक हजार 85 हो गई है। वहीं, सात हजार 54 लोगों की जांच हुई। इसमें 472 संक्रमित मिले। संक्रमितों आठ डाक्टर, 13 सीआरपीएफ व सीआईएसएफ के जवान शामिल हैं। इसके अलावा 24 परिवार के पूरे सदस्य संक्रमित मिले। जिले में मरीजों की संख्या बढ़कर 61 हजार 546 हो गई है।
साढ़े छह हजार से अधिक लोगों का लिया गया नमूना
पूर्वी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों से शुक्रवार को कुल छह हजार 865 लोगों का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया। रिपोर्ट सोमवार तक आने की उम्मीद है। जिले में अभी तक कुल 21 लाख 18 हजार 682 लोगों की जांच हो चुकी है।
271 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे
शहर के विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती कुल 271 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ होकर घर लौटे। जिले में अभी तक कुल 53 हजार 114 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जिले का रिकवरी रेट 86.97 प्रतिशत है।
किस क्षेत्र कितने मिले संक्रमित
क्षेत्र : मरीज
- बहरागोड़ा : 04
- पोटका : 28
- पटमदा : 04
- परसुडीह : 14
- बागबेड़ा : 06
- डुमरिया : 19
- गोलमुरी : 33
- जुगसलाई : 11
- बर्मामाइंस : 04
- मानगो : 48
- कदमा : 54
- सोनारी : 21
- टेल्को : 45
- बर्मामाइंस : 09
- चाकुलिया : 01
- साकची : 30
- बिरसानगर : 17
- सिदगोड़ा : 06
- अज्ञात : 47
- धालभूमगढ़ : 04
- बारीडीह : 20
- पारडीह : 01
- मुसाबनी : 22
- बिष्टुपुर : 20
- घाटशिला : 04
टाटानगर स्टेशन पर मिले 102 पाजिटिव
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को सबसे ज्यादा 102 यात्री संक्रमित पाए गए। तीसरी लहर में पहली बार इतने ज्यादा संख्या में यात्री संक्रमित पाए गए हैं।टाटानगर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब टाटा-छपरा एक्सप्रेस, एर्नाकुलम एक्सप्रेस, गीतांजलि व अहमदाबाद एक्सप्रेस से आए यात्रियों की कोविड जांच की गई जिनमें 61 यात्री पाजिटिव पाए गए। इतनी बड़ी संख्या में यात्री पाजिटिव मिलने पर सिविल डिफेंस की टीम को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा क्योंकि इतने अधिक यात्रियों को एंबुलेंस की मदद से एमजीएम अस्पताल ले जाना संभव नहीं था। ऐसे में सिविल डिफेंस की टीम ने सूझ-बूझ का परिचय दिया। संक्रमित यात्रियों के लिए एक अस्थायी घेरा बनाकर उन्हें उसके अंदर बैठाया गया और थोड़े-थोड़े यात्रियों को एमजीएम पहुंचाया गया। रात नौ बजे तक 1846 यात्रियों की जांच की गई जिनमें से 102 यात्री संक्रमित पाए गए।