Jharkhand Lockdown : झारखंड में लगेगा हाफ डे लाॅकडाउन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिए संकेत
Jharkhand Lockdown कोरोना की भयावहता को देखते हुए झारखंड सरकार अब हाफ डे लाॅकडाउन का फैसला ले सकती है। इसके तहत सुबह से दोपहर तक ही सार्वजनिक गतिविधियां होंगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस बात के संकेत दिए हैं।
जमशेदपुर, जेएनएन। Jharkhand Lockdown झारखंड में भी कोरोना से हालात भयावह हो चले हैं। कोरोना संक्रमितों के बढ रहे आंकडों के साथ मौत के आंकडे डरा रहे हैं। हालात को देखते हुए राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने नाइट कफर्यू लगाने का फैसला लिया। इसके तहत रात आठ बजे से लेकर सुबह छह बजे तक सार्वजनिक गतिविधियां बंद की गइ हैं। हालांकि, यह नाकाफी साबित हो रहा है। एेसे में सरकार अब हाफ डे लाॅकडाउन का फैसला ले सकती है। इसके तहत सुबह से दोपहर तक ही सार्वजनिक गतिविधियां होंगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस बात के संकेत दिए हैं।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना की वजह से राज्य में हालात भयावह हो चले हैं। इससे निपटने के लिए सरकार एवं उसकी मशीनरी अपने स्तर से हर प्रयास कर रही है, लेकिन यह नाकाफी है। एेसे में सरकार हाफ डे लाॅकडाउन पर जल्द फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि उनके लिए सबसे बडी चिंता रोज कमाने-खाने वालों को लेकर है। इसलिए वे अपने मातहतों के साथ एेसा रास्ता निकालने पर मंथन कर रहे हैं जिससे रोज कमाने-खाने वालों की मुसीबतें ज्यादा नहीं बढें।
राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुछ निर्णय लिए गए हैं। ज़रूरत पड़ने पर आगे और कदम उठाये जायेंगे। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुँचायी जा सके इसके लिए भी उचित कदम उठाये जा रहे हैं।
सभी लोगों से अपील है कोरोना की इस विकट घड़ी में आप सभी सतर्क रहें, सुरक्षित रहें। pic.twitter.com/DjOurtBrHL— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 18, 2021
ये फैसले हैं प्रभावी
फिलहाल, सरकार ने स्कूल, कालेज, कोचिंग, ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, आइटीआइ संस्थान, आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने का फैसला ले लिया है। झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा 2 मई को होने वाली संयुक्त असैनिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में होनेवाले एकेडमिक से लेकर सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाएं स्थगित रहेंगी। जेपीएससी की सातवीं से लेकर दसवीं तक सिविल सेवा की परीक्षा दाे मई को होनी थी। इसमेें करीब 5 लाख 50 हजार परीक्षार्थियों को शामिल होना था। परीक्षा आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गई थी। इस परीक्षा के माध्यम से दो सौ से अधिक पदों पर नियुक्ति होनी थी।