Jharkhand Cabinet Expansion : फुटबॉल के मैदान से राजनीति में गोल दाग मंत्री बने चाईबासा के मुन्नू भईया
पहली बार गढ़वा से जीतकर हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में जगह पानेवाले मिथिलेश ठाकुर उर्फ मुन्नू ठाकुर बेहतरीन फुटबॉलर रहे हैं। आइए जानिए उनका चाईबासा कनेक्शन।
चाईबासा, सुधीर पांडेय। Mithilesh Thakur alias Munnu Thakur an excellent footballer गढ़वा से विधायक बनकर हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री बने झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता मिथिलेश कुमार ठाकुर कोल्हान प्रमंडल के चाईबासा के रहनेवाले हैं। चाईबासा में उनकी पहचान एक बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी के तौर पर भी रही है। फुटबाल के मैदान में गोल दागने वाले मिथिलेश कुमार ठाकुर यहां की जनता के बीच मुन्नू ठाकुर के नाम से विख्यात हैं।
मिथिलेश के सबसे छोटे भाई विनय ठाकुर बताते हैं- हमारे पिता कौशल कुमार ठाकुर तत्कालीन बिहार सरकार में वन विभाग में पदाधिकारी थे। 1981 में वे स्थानांतरित होकर चाईबासा वन विभाग में रेंज अफसर बनकर आए थे। पिताजी के साथ हम लोग भी चाईबासा आ गए। रिटायरमेंट के बाद चाईबासा में ही हम लोग रह गए। हमारे खानदान में राजनीति से किसी का कोई जुड़ाव नहीं रहा। बड़े भाई अमरनाथ ठाकुर, रंजीत ठाकुर और मैं आज भी राजनीति में नहीं हैं मगर मुन्नू भईया को राजनीति रास आ गयी। जहां तक मुझे याद है झारखंड अलग राज्य की स्थापना के बाद से मुन्नू भईया झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़े हैं।
शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के हैं करीबी
गुरुजी शिबू सोरेन और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफी करीबी हैं। मुन्नू झामुमो में पहले केंद्रीय सचिव बने। चार साल से केंद्रीय महासचिव हैं। जहां तक चाईबासा से जुड़ाव की बात है तो इंटरमीडिएट की पढ़ाई टाटा कॉलेज से की है। राजनीतिक सफर की शुरुआत उन्होंने चाईबासा से ही की है। चाईबासा नगर पर्षद में 2008 व 2013 में उपाध्यक्ष पद पर रहे। 2018 में पहली बार चाईबासा अनारक्षित सीट से लड़कर चेयरमैन बने। डेढ़ साल से भी कम समय में उन्होंने चाईबासा शहर को विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ाया। । उनके कार्यकाल में चाईबासा को खूबसूरत पार्क तोहफे में मिले हैं।
ए डिवीजन फुटबाल लीग के बेहतरीन खिलाड़ी रहे
मिथिलेश कुमार ठाकुर के खेलप्रेम को स्पष्ट करते हुए विनय ठाकुर ने बताया कि चाईबासा में सिंहभूम स्पोर्ट्स एसोसिएशन के महासचिव हैं। चाईबासा में होनेवाली ए डिवीजन फुटबॉल लीग के वो कभी बेहतरीन खिलाड़ी हुआ करते थे। 10 अगस्त 2;19 को उन्हें झारखंड फुटबाल एसोसिएशन का भी चेयरमैन बनाया गया है।
अमलाटोला काली पूजा को अलग पहचान दी
चाईबासा में काली पूजा की चर्चा हो और मिथिलेश कुमार ठाकुर का नाम न लिया जाए तो बेमानी होगी। मिथिलेश ठाकुर ने चाईबासा अमलाटोला काली पूजा को अलग पहचान दी है। हर साल वो यहां भव्य काली पूजा पंडाल बनवाते हैं। यहां की पूजा को देखने के लिए पश्चिमी सिंहभूम के कोने-कोने से लोग आते हैं। बड़े भाई को मंत्री पद मिलने पर हर्ष जताते हुए विनय ने कहा कि 15 साल की कड़ी मेहनत का फल उन्हें मिला है। दो बार लगातार हारने के बाद भी वो डटे रहे। नतीजतन गढ़वा सीट जीतकर आज मंत्री बन रहे हैं। इससे सुखद एहसास मेरे लिए कुछ नहीं हो सकता।