सबसे पहले अनावश्यक खर्च कम करे सरकार
सरकार का खजाना खाली है यह कहने से कुछ नहीं होगा। राजस्व कहां से आएगा इस पर काम करना चाहिए। इसके लिए कई बार सरकारें टैक्स बढ़ा देती हैं या नए टैक्स लगा देती है लेकिन टैक्स बढ़ाने से ग्रोथ प्रभावित होता है। इसलिए सबसे पहले सरकार को अनावश्यक खर्च कम करना चाहिए।
सरकार का खजाना खाली है, यह कहने से कुछ नहीं होगा। राजस्व कहां से आएगा, इस पर काम करना चाहिए। इसके लिए कई बार सरकारें टैक्स बढ़ा देती हैं या नए टैक्स लगा देती है, लेकिन टैक्स बढ़ाने से ग्रोथ प्रभावित होता है। इसलिए सबसे पहले सरकार को अनावश्यक खर्च कम करना चाहिए।
इसके साथ-साथ सरकार को इस बात की समीक्षा करनी चाहिए कि कहां-कहां सरकार बकाया वसूल सकती है। बिना किसी को प्रताड़ित किए बकाया वसूली के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को सरकार प्रेरित करे। डंडे के जोर से यह काम नहीं हो सकता। कर्मचारी की उत्पादकता बढ़ाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना होगा।
बहुत से केंद्र व राज्य सरकार के विभाग होंगे, जिनके पास बिजली बिल ही करोड़ों रुपये बकाया होंगे। निजी क्षेत्र की कंपनियों के पास भी बकाया होंगे, उनकी वसूली करें। बिजली समेत अन्य राजस्व की चोरी रोकने पर काम हो। इससे तत्काल राजस्व बढ़ने लगेगा। राज्य सरकार को जीएसटी या वैट से काफी राजस्व मिलता है, उसकी समीक्षा की जाए। यदि कंपनियां ऑटो सेक्टर की मंदी से प्रभावित हो रही हैं, तो यह भी राज्य सरकार का दायित्व है कि उन कंपनियों को रेलवे, रक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए आर्डर दिलाए। सबकुछ रहते हुए कंपनी के संसाधन का उपयोग नहीं हो, यह भी गलत होगा।
निजी स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति सुधार कर भी राज्य सरकार राजस्व बढ़ा सकती है। दिल्ली ने उदाहरण पेश कर दिया है, जहां प्राइवेट स्कूल और हास्पिटल से बेहतर सरकारी संस्थान हैं। इतनी सारी मुफ्त सेवा देने के बाद भी दिल्ली सरकार के पास बजट की कमी नहीं है।
- आरसी नंदराजोग, पूर्व चीफ फाइनेंशियल आफिसर, टाटा स्टील