प्रेमिका से मिलने 600 किमी का सफर तय करते थे मेमो, ऐसी है इनकी प्रेम कहानी
valentine day. जेएफसी के स्टार खिलाड़ी मेमो ने बताया कि अपनी प्रेमिका वनेशा से मिलने के लिए वह 600 किमी का सफर तय करते थे।
जमशेदपुर, वेंकटेश्वर राव। जेएफसी के स्टार खिलाड़ी मेमो और उनकी पत्नी वनेशा ने अपनी दिल की बातों को वेलेंटाइन डे के अवसर पर दैनिक जागरण से साझा किया। दरअसल, इस स्टार खिलाड़ी का जन्म दिन 14 फरवरी को है। 14 फरवरी को वेंलेंटाइन डे भी है। जन्म दिन और वेलेंटाइन डे मनाने के लिए इस बार उनकी पत्नी साथ में है। अपने प्यार के सफरनामे की चर्चा करते हुए मेमो ने बताया कि अपनी प्रेमिका वनेशा से मिलने के लिए वह 600 किमी का सफर तय करते थे। चूंकि वनेशा ब्राजील के बुनितो में रहती थी और वे फेरा डे संतानो में रहते हैं।
संतानो से बुनितो की दूरी 600 किलोमीटर है। मेमो ने बताया कि वनेशा का भाई भी फुटबाल खेलता था। इस दौरान खेल के मैदान में ही उनकी मुलाकात हुई। इसके बाद बातचीत आगे बढ़ी। मैदान में पहली बार वनेशा से हाथ मिलाते ही उससे प्यार हो गया। जब वनेशा अपने घर चली जाती थी तो वे खेल से छुट्टी लेकर उनसे मिलने जाते थे। तीन बार 600 किलोमीटर का सफर तय किया। उसके बाद वनेशा से वर्ष 2011 में शादी हो गई। मेमो ने बताया कि 600 किमो का सफर तय करने में उसे 12 घंटे लगते थे और वे वनेशा के घर में ही रुकते थे।
शादी से पहलेः किस्सी व इयररिंग देकर गुस्सा करता था शांत
अपने प्रेम के किस्से सुनाते हुए मेमो ने कहा कि शादी से पहले जब वनेशा गुस्ता होती थी तो उसे रात में फोन में किस्सी देकर सो जाता था। दिन भर कोई बात नहीं होती थी। अगले दिन उसे इयररिंग भेज देता। ईयररिंग भेजे जाने की सूचना एसएमएस से देता था। इसके बातचीत पुन: प्रारंभ होती थी।
शादी के बाद : गुस्सा होने पर कुछ नहीं बोलता था
मेमो ने शादी के आपसी रिश्ते को और प्रगाढ़ बताया। उसने बताया कि शादी के बाद भी उनके झगड़े चलते रहते थे। इस दौरान कभी मुक्केबाजी नहीं हुई। हां लेकिन जब वनेशा गुस्सा होती थी तो वे चुप हो जाते थे, कुछ नहीं बोलते थे। अगले दिन गुड मार्निंग कर उठाते थे तो फिर बातचीत होती थी।
पत्नी ने कहा - तीन माह जुदाई नहीं हुई थी बर्दाश्त
मेमो की पत्नी वनेशा ने कहा कि जब मेमो दिल्ली डायनामोज के साथ वर्ष 2016 में जुड़े तो वे भारत आ गए। इस दौरान वे तीन माह तक उनसे दूर रही। यह उन्हें बहुल खला। उसके बाद उसे भारत आने का मौका मिला। वनेशा ने बताया कि जब उनका पति खेलने के लिए बाहर जाते हैं तो वे अपने बेटों गुस्तानों और गिलेरपी के साथ खुश रहती है।
पत्नी की याद के लिए पहनते हैं 22 नंबर की जर्सी
दैनिक जागरण से वेलेंटाईन डे को लेकर बातचीत करते हुए मेमो ने उनके 22 नंबर की जर्सी का राज बताया। जमशेदपुर फुटबाल क्लब की ओर से खेलते हुए मेमो 22 नंबर की जर्सी पहनते हैं। मेमो ने बताया कि ऐसा वे पत्नी को याद में करते हैं। इस जर्सी को पहन मेमो अपनी पत्नी को अपने समक्ष पाते हैं। दरअसल, 22 दिसंबर 2011 को मेमो और वनेशा की शादी हुई थी।