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पश्चिमी संस्कृति के कारण धर्म से विमुख हो रहे युवा : शास्त्री

पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव में आकर युवा वर्ग अपने धर्म से विमुख हो रहे हैं। धर्म के प्रति आस्था बढ़ाने और बच्चों व युवाओं को धर्म से जोड़ने के लिए घर में धर्म व संस्कृति की चर्चा की जानी चाहिए। कथा का आयोजन होने पर बच्चों को भी कथा सुनने लाना चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 09:30 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 09:30 PM (IST)
पश्चिमी संस्कृति के कारण धर्म से विमुख हो रहे युवा : शास्त्री
पश्चिमी संस्कृति के कारण धर्म से विमुख हो रहे युवा : शास्त्री

जासं, जमशेदपुर : पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव में आकर युवा वर्ग अपने धर्म से विमुख हो रहे हैं। धर्म के प्रति आस्था बढ़ाने और बच्चों व युवाओं को धर्म से जोड़ने के लिए घर में धर्म व संस्कृति की चर्चा की जानी चाहिए। कथा का आयोजन होने पर बच्चों को भी कथा सुनने लाना चाहिए।

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ये बातें पंडित बसंत नारायण शास्त्री ने कही। मानगो बड़ा हनुमान मंदिर प्रांगण में श्रीमद् भागवत कथा में मुख्य कथावाचक के रूप में हरिद्वार से आए पंडित बसंत नारायण शास्त्री ने कहा कि बच्चों को घर में ही सबसे पहले धर्म की शिक्षा देनी चाहिए। पहला गुरु माता-पिता होते हैं, बच्चों को अनुशासन और संस्कृति सबसे पहले अपने घर में ही देना चाहिए।

संस्कृति और संस्कृत का विस्तार जरूरी

बिहार के सासाराम के रहने वाले कथावाचक बसंत नारायण शास्त्री ने कहा कि उनके गांव के प्रह्लाद सिंह ने उन्हें हरिद्वार ले जाकर श्री गीता संस्कृत महाविद्यालय में दाखिला दिलाया। जहां उन्होंने गीता, रामायण, महाभारत, भागवत और व्याकरण का अध्ययन किया। संस्कृत विस्तारक के साथ उन्हें शास्त्री की उपाधि मिली। इसके बाद अपने देश की संस्कृति और संस्कृत का प्रचार-प्रसार और विस्तार करने का अभियान शुरू किया। उन्होंने झारखंड, बिहार के अलावा उत्तरप्रदेश के विभिन्न शहरों में कथा सुनाया। इस दौरान संस्कृत और संस्कृति के विकास के लिए लोगों को जागरूक भी किया।

पिता है हनुमान मंदिर के पुजारी

कथावाचक बसंत नारायण शास्त्री के पिता छोटन पांडेय मानगो स्थित बड़ा हनुमान मंदिर के पुजारी हैं। इनकी मां सविता देवी गृहिणी हैं। दोनों मानगो के दाईगुटू में रहते हैं। जबकि पंडित बसंत नारायण शास्त्री अपने दोनों भाइयों के साथ हरिद्वार में रहते हैं। शास्त्री जी के बड़े भाई शंभू पांडेय हरिद्वार में पुजारी हैं, जबकि छोटे भाई ब्रजेश पांडेय कर्मकांड में आचार्य की उपाधि प्राप्त किए हैं। तीनों भाई अपने माता-पिता के दूर 2013 से हरिद्वार में ही रह रहे हैं।

शास्त्री जी सुनाएंगे शिव पुराण और भागवत कथा

पंडित बसंत नारायण शास्त्री मानगो के छोटा हनुमान मंदिर में 27 जनवरी से होने वाले शिव पुराण और दो फरवरी से रिपीट कॉलोनी में श्रीमद भागवत कथा सुनाएंगे। इस दौरान उनके सहयोगी के रूप में बबलू पांडेय, वाल्मीकि उपाध्याय, निरंजन मिश्रा, ब्रजेश पांडेय समेत कई आचार्य और कलाकार शामिल रहेंगे।


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