देश का पहला कॉलेज, जहां छात्राएं सीखेंगी चरखा से सूत काटना
बिष्टुपुर स्थित जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर छात्राओं के आत्म-स्वावलंबन हेतु तकुआ चरखा के प्रशिक्षण कार्य का शुभारंभ बुधवार को झारखंड सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने किया। खादी और ग्रामोद्योग आयोग की सौजन्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन खादी ग्रामोद्योग संघ जमशेदपुर करेगा। यह देश का पहला कॉलेज है जहां छात्राएं चरखा से सूत काटना सीखेगी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बिष्टुपुर स्थित जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर छात्राओं के आत्म-स्वावलंबन हेतु तकुआ चरखा के प्रशिक्षण कार्य का शुभारंभ बुधवार को झारखंड सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने किया। खादी और ग्रामोद्योग आयोग की सौजन्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन खादी ग्रामोद्योग संघ जमशेदपुर करेगा। यह देश का पहला कॉलेज है, जहां छात्राएं चरखा से सूत काटना सीखेगी। जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज के इतिहास में एक और नया अध्याय इस सूत काटने के प्रशिक्षण से जुट गया है।
मंत्री सरयू राय ने कहा कि इस योजना से छात्राओं के बीच स्वरोजगार की प्रतिस्पर्धा होगी। स्किल इंडिया को इस योजना को जोड़ देने से कई तरह की सहायता प्राप्त होगी। इस मौके पर खादी ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक जेके गुप्ता ने कहा कि कुल 25 चरखा से यहां की छात्राओं को प्रशिक्षण मिलेगा। सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक सिर्फ हॉस्टल की छात्राएं प्रशिक्षण प्राप्त कर सकती हैं। इस आधुनिक तकुआ चरखा से सूत काटने से लेकर वस्त्र तैयार करने की विधि तक बताई जाएगी। सारे रॉ मैटेरियल खाद्यी ग्रामोद्योग संघ उपलब्ध कराएगा। छात्राओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादन को आयोग खरीदेगा। इससे एक छात्रा कम से कम 200 रुपये की आय प्रतिदिन प्राप्त कर सकेगी। इस अवसर पर कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य डॉ. पूर्णिमा कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। मौके पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सहायक निदेशक राजीव मलहोत्रा, एक्जक्यूटिव अशोक कुमार सिंह, खादी ग्रामोद्योग संघ जमशेदपुर के बिंदेश्वर राय, अशोक वर्मा के अलावा कॉलेज के शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित थीं।
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रेडीमेंट गारमेंट का कोर्स होगा प्रारंभ
जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में रेडीमेट गारमेंट बनाने का कोर्स प्रारंभ होगा। इसके लिए आवश्यक मशीन व अन्य सामग्रियां खादी ग्रामोद्योग आयोग के सौजन्य से कॉलेज में पहुंच चुकी है। वीमेंस कॉलेज के एकेडमिक काउंसिल की बैठक के बाद इस पाठ्यक्रम को पारित कराया जाएगा। कालेज की प्रभारी प्राचार्य डॉ. पूर्णिमा कुमार ने बताया कि यह सर्टिफिकेट कोर्स होगा। यह ओपेन टू ऑल होगा। इस कोर्स को भी जल्द से जल्द प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तकुआ चरखा का प्रशिक्षण कार्य देश के किसी भी कॉलेज में नहीं होता है। वीमेंस कॉलेज देश का पहला कॉलेज है, जहां इस तरह का प्रशिक्षण हो रहा है।