फोन से 112 डायल करते ही मिल जाएगी हेल्पलाइन की मदद
कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम सरायकेला- खरसावा और पूर्वी सिंहभूम जिले में बहुत जल्द पुलिस की डायल 112 हेल्पलाइन सेवा शुरू होने वाली है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला- खरसावा और पूर्वी सिंहभूम जिले में बहुत जल्द पुलिस की डायल 112 हेल्पलाइन सेवा शुरू होने वाली है। इस नंबर को डायल करते ही लोगों तक पुलिस की मदद पहुंच जाएगी। यह हेल्पलाइन सेवा अगले तीन महीने में शुरू की जाने वाली है। इसे लेकर गुरुवार को बिष्टुपुर स्थित एसएनटीआइ प्रेक्षागृह में पुलिसकर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सीडीएस कंपनी (रांची) के अमरजीत और एक अन्य पदाधिकारी ने पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी। यह सिस्टम कैसे काम करेगा, इसकी विस्तृत जानकारी दी। बताया गया कि कंट्रोल रूम में कॉल रिसीव करने के बाद कैसे लोगों से बात करनी है, कैसे मदद करनी है।
मौके पर पश्चिमी सिंहभूम के एसपी इंद्रजीत महथा, जमशेदपुर के ग्रामीण एसपी पीयूष पाण्डेय समेत सभी डीएसपी और थानेदार मौजूद थे। इंद्रजीत महाथा ने कहा कि डायल 112 हेल्पलाइन से सभी आकस्मिक सेवा लोगों को प्राप्त हो सकेगी। इससे पुलिस, फायर, एंबुलेंस, जीवन रक्षक एजेंसियों की सेवा भी प्राप्त की जा सकेगी। गौरतलब है कि वर्तमान में आकस्मिक सेवा के लिए अलग-अलग हेल्पलाइन नंबर हैं।
112 नंबर अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी कई देशों में आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर के रूप में पूर्व से स्थापित है। भारत सरकार ने भी 112 नंबर पूरे देश में पुलिस आपातकालीन हेल्पलाइन के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिसे हर जिले में शुरू किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में हेल्पलाइन सेवा शुरू की जा चुकी है। 112 कॉल पर बिना देरी सहायता उपलब्ध कराने के साथ मामले को निष्कर्ष तक पहुंचाया जाएगा। 112 सेवा के जरिए पीड़ित और पीआरवी दोनों की एकदम सही लोकेशन मिलेगी। यही नहीं, सेवा में संबंधित इलाके के प्रभारी निरीक्षक की कार्रवाई पूरी करने के बाद उनके द्वारा ही पीड़ित की कॉल क्लोज की जाएगी। अभी तक कंट्रोल में तैनात पुलिसकर्मी ही कॉल क्लोज कर देते थे। मालूम हो कि आकस्मिक सेवा के लिये 100 नंबर व्यवस्था पहले से लागू है।
--
क्या है डायल 112
ये नंबर बकायदा इमरजेंसी रिस्पांस स्पोर्ट सिस्टम है। लोगों की सुविधा के लिए नई प्रणाली के तहत 112 नंबर से डायल नंबर 100 (पुलिस), 101 (दमकल), 1090 (महिलाओं की सुरक्षा) और 108 (स्वास्थ्य) सेवाओं को एक साथ जोड़ दिया जाएगा। इससे पहले इमरजेंसी सेवाओं के लिए 20 से अधिक आपात नंबर थे। कई बार कुछ नंबरों के व्यस्त होने के कारण फोन मिल पाना संभव नहीं हो पाता था। लेकिन नई प्रणाली के शुरू होने से लोगों को इन दिक्कतों से मुक्ति मिल जाएगी।
--
कैसे इस्तेमाल होगा ये नंबर
आपातकालीन सर्विस की मदद को अपने फोन से लोग 112 डायल कर सकते हैं। अगर बहुत अधिक जरूरी हैं तो पावर बटन तीन बार प्रेस करने पर भी 112 नंबर डायल हो जाएगा। अगर फीचर फोन है तो 5 या फिर 9 बटन को थोड़ी देर दबाया जाए तो काम हो जाएगा। इसके साथ ही 112 मोबाइल एप का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ये एप 112 इंडिया नाम से गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। बता दें कि अगर फेक कॉल किया गया तो कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।