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Jamshedpur Crime File: हथियार बटोर रही पुलिस, सौदागर पहुंच से दूर Jmashedpur Nes

Jamshedpur Crime File. अपराधी हथियार चमकाते नजर आते हैं और किसी को भी गोली मार देते हैं। गोलियों की तड़तड़ाहट जारी है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 17 May 2020 02:24 PM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 08:41 AM (IST)
Jamshedpur Crime File: हथियार बटोर रही पुलिस, सौदागर पहुंच से दूर Jmashedpur Nes
Jamshedpur Crime File: हथियार बटोर रही पुलिस, सौदागर पहुंच से दूर Jmashedpur Nes

जमशेदपुर, जासं।  जमशेदपुर शहर के अधिकतर वारदातों में अपराधी अवैध हथियार का प्रयोग करते हैं। हथियार,कारतूस और खाखा बरामद होते हैं। कभी-कभार मुखबिर की सूचना पर अपराधी पकड़े कभी जाते हैं। हथियार बरामद होते हैं, लेकिन पुलिस इसे ही अपनी सफलता मानकर चुप बैठ जाती है। यह पता करने की कोशिश कभी नहीं होती कि हथियार कहां से आएं? इसके सौदागर कौन हैं? कैसे हथियार अपराधी तक पहुंचे? किसने पहुंचाया व कितने में खरीद-बिक्री हुई। अपराधियों को जेल भेजकर पुलिस निश्चिंत हो जाती है। यही वजह है कि अपराधी हथियार चमकाते नजर आते हैं और किसी को भी गोली मार देते हैं। गोलियों की तड़तड़ाहट जारी है। 

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 उलीडीह में इसी 30 अप्रैल को पुजारी सौरव सुमन झा की हत्या हुई। कुत्ते को शौच कराने को लेकर सोनू मिश्र से विवाद हो गया। वह पिस्‍तौल लेकर आया और पुजारी पर गोलियां दाग दी। आरोपित गिरफ्तार हुआ। सीतारामडेरा के भुइयांडीह में 29 अप्रैल को अपराधी गुटों के बीच फायरिंग हुई। दोनों गुट के दो दर्जन भर से अधिक लोग पकड़े गए। पांच हथियार और 60 कारतूस बरामद हुए। अपराध में प्रयुक्त हथियार कहां से लाए गए यह पता लगाने की कोशिश नहीं हुई? और होगी भी नहीं। हथियारों के सौदागरों की चांदी है। जिले में 1500 से दो हजार रुपये में कट्टा और दो से तीन हजार रुपये में नाइन एमएम.7.65 पिस्‍तौल और 20 से 25 हजार में ऑटोमेटिक पिस्टल उपलब्ध हो जाती हैं। इसके लिए कहीं जाने की जरूरत भी नहीं है। बिहार के मुंगेर के हथियार सौदागर अपने-अपने गुर्गो के माध्यम से सस्ते में हथियार उपलब्ध करा देते है। क्‍वालिटी भी अच्छी होती है।

जुगसलाई में हथियार संग पकड़े गए बदमाश ने  बताया मुंगेर के हैं

जनवरी 2019 में जुगसलाई  पुलिस ने परमजीत सिंह उर्फ बाबू, मुरली और विकास को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में खुलासा किया कि जुगसलाई निवासी उपेंद्र सिंह जो स्‍क्रैप का कारोबारी है, उसका विवाद स्‍क्रैप कारोबारी दीपू दास के साथ था। उसे रास्‍ते से हटाने के लिए परमजीत सिंह को उसने हत्‍या की सुपारी दी थी। इसके लिए हथियार बिहार के मुंगे रसे लाने के लिए 50 हजार रुपये दिए गए थे। 

मानगो में किराये पर पिस्तौल देता था सप्लायर

छह दिसंबर,2018 को पुलिस ने मानगो के दाईगुट्टू में  मिनी गन फैक्‍ट्री का भंडाफोड़ किया था। यहां हथियार बनाने वाला दो से तीन हजार रुपये में किराये पर पिस्तौल उपलब्ध कराता था संचालक गोविंद शर्मा पकड़ा गया था। हथियार बरामद किए गए थे। उसकी नजर खासकर युवाओं पर रहती थी। जो हथियार रखने के शौकीन होते हैं।

 मुंगेर से लाया था हथियार 

जुगसलाई पुलिस ने कल्लू को हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने बताया कि मुंगेर से हथियार लाया था। आदित्यपुर में राजू को हथियार बेचना था। 

मुंगेर में बन रहा, लिखा मेड इन इटली

 मुंगेर निर्मित कई हथियारों को पुलिस ने अपराधियों के पास से जब्‍त किए हैं, उनपर मेड इन इटली तो मेड इन अमेरिका भी लिखे हैं। 19 दिसंबर, 2018 को गोलमुरी निवासी मनोज कुमार सिंह के घर से चार हथियार बरामद किए गए थे। 


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