Jharkhand: जमशेदपुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, अंतरराज्यीय डकैत गिरोह के सरगना रहीम खान सहित नौ आरोपी गिरफ्तार
जमशेदपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने अंतरराज्यीय डकैत गिरोह के सरगना रहीम खान उर्फ बडकू समेत गिरोह से जुड़े नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। मुसाबनी के बदिया ग्राम निवासी छवि पुष्टि के घर 14 मार्च को डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। झारखंड में जमशेदपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने अंतरराज्यीय डकैत गिरोह के सरगना रहीम खान उर्फ बडकू समेत गिरोह से जुड़े नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। घाटशिला अनुमंडल के मुसाबनी के बदिया ग्राम निवासी छवि पुष्टि के घर 14 मार्च को डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था।
गैंग की गिरफ्तारी से लूट और डकैती के 15 मामलों के खुलासे हुए हैं। गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही पर तीन पिस्तौल, 28 कारतूस, चाकू, मुसाबनी में लूटे गए गहने, 78 ग्राम गलाया सोना, लाकेट, चेन और दो लाख 15 हजार 500 रुपये समेत अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
गिरोह के सरगना रहीम खान पर 19 आपराधिक मामले दर्ज है। उसके गिरोह की गतिविधि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के झाडग्राम क्षेत्र में रही है।
इसकी जानकारी एसएसपी प्रभात कुमार ने सोमवार देर शाम पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि आरोपितों में गिरोह से लूटे गए आभूषण खरीदने वाले जमशेदपुर के तीन सोनार सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के एग्रिको रोड नंबर तीन निवासी मनीष प्रसाद, सिदगोड़ा बागुनहातु रोड नंबर पांच के राजा नामता व अरुण नामता शामिल हैं।
डकैती के गहने मनीष प्रसाद को बेचे गए
मुसाबनी डकैती कांड के गहनों को मनीष प्रसाद को बेचा गया था, जिसे सोनार ने गला दिया था। दुकान में छापामारी कर कुछ गहने बरामद किए गए। एसएसपी ने बताया कि गिरोह के 16 सदस्य अब तक पकड़े जा चुके हैं। चोरी से लेकर हत्या कर गिरोह के सदस्य अंजाम देते थे।
गौरतलब है कि रहीम खान को जमशेदपुर से पुलिस ने डकैती की घटना के बाद गिरफ्तार किया था। उसकी निशानदेही पर गिरोह के अन्य सदस्य पकड़े गए।
रेकी कर घटना को दिया जाता था अंजाम
गिरफ्तार आरोपितों में घाटशिला के मुसाबनी बदिया निवासी रहीम खान उर्फ बड़कू, पश्चिम बंगाल के झारग्राम निवासी शेख हाशिम उर्फ सोना, सरायकेला खरसावां जिले के सरायकेला थाना क्षेत्र स्वर्णपुर निवासी चंदू मुखी, गोविंद कालिंदी उर्फ गोगो, पोटका निवासी अभिषेक डे उर्फ मिथुन, मुसाबनी के बदिया बंगालपाड़ा निवासी दीपांकर सेन उर्फ शेरा और जमशेदपुर के सिदगोड़ा निवासी राजा नामता, अरुण नामता, मनीष प्रसाद है।
दीपांकर सेन उर्फ शेरा जहां डकैती या लूट को अंजाम देना होता था, वहां की वह रेकी करता था। इसके बाद योजना बनाकर गिरोह के सदस्य घटना को अंजाम देते थे। लूट के गहने और सामानों को मनोज प्रसाद को बेचा जाता था। मनोज गहनों को गलाकर बड़े स्वर्णकारों को बेच देता था जो रुपये आते थे। उसे गिरोह के सदस्य बांट लेते थे।
गिरोह 15 लूट व डकैती की घटना को दे चुका है अंजाम
गिरोह ने जमशेदपुर ने कोवालीमें 25 जुलाई, 2022 को, घाटशिला में 15 दिसंबर और 25 जनवरी, 2022 को, पोटका में विगत 28 जुलाई को, मानगो के आजादनगर थाना क्षेत्र में तीन जनवरी, 2022 को, गुड़ाबांधा मे दो जुलाई, 2022 को, पोटका छह मार्च, 2023 को, पोटका में वर्ष 2022 में चार अप्रैल और 27 जून को, जादूगोड़ा में 2022 में 20 फरवरी और 20 जून को लूट व चोरी को अंजाम दिया था।
पश्चिम बंगाल के झाडग्राम में चार लूट की बड़ी घटना को गिरोह ने अंजाम दिया था। रहीम खान पर झाडग्राम में एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट और हत्या के प्रयास के भी मामले दर्ज हैं।