Shocking News : फर्जी डाक्टर महिलाओं को ऐसे फांस कराता था गर्भपात, नशीली दवाओं का भी करता था प्रयोग
Jamshedpur News जमशेदपुर में एक ऐसा फर्जी डाक्टर पकड़ में आया है जो महिलाओं को फांसकर गर्भपात कराता था। यहीं नहीं डाक्टर के नर्सिंग होम से लाखों की नशीली दवा के साथ-साथ गर्भनिरोधक गोलियां भी मिली है। जानिए क्या है पूरा माजरा...
जमशेदपुर/पटमदा : पटमदा स्थित एसबीआई बैंक के समीप संचालित एक नर्सिंग होम में छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ। मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। इस दौरान देखा कि नर्सिंग होम में डाक्टर साहब मरीजों को देख रहे हैं। इसके बाद टीम अंदर गई तो वहां की व्यवस्था देखकर चौंक गई। भाड़े के दो कमरे से नर्सिंग होम से लेकर पैथोलाजी व दवाखाना भी संचालित हो रहा था। इतना ही नहीं, यहां से 1.55 लाख रुपये नगद भी बरामद किये गए।
गर्भनिरोधक गोलियां के साथ नशीली दवाएं भी मिली
इसके साथ ही लगभग 50 पेटी दवा, जिसमें सबसे अधिक गर्भपात, गर्भनिरोधक, नशीली दवा शामिल थी। इसकी लागत लगभग डेढ़ लाख रुपये बताई जा रही है। अवैध रूप से संचालित इस नर्सिंग होम के डाक्टर का नाम डा. इंद्रनील चौधरी (आईएन चौधरी) हैं। इतनी सारी गड़बड़ी सामने आने के बाद टीम ने डाक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। इस दौरान एक से बढ़कर एक चौंकाने वाले मामले सामने आए, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। जांच टीम को गर्भपात कराने संबंधित कई दस्तावेज हाथ लगी है। इसके बाद डाक्टर से पूछताछ की गई तो जमशेदपुर के दो नर्सिंग होम के भी नाम सामने आएं हैं।
मरीजों को जमशेदपुर के नर्सिंग होम भी भेजता था
डाक्टर ने बताया कि वे अपने यहां से जमशेदपुर के साकची काशीडीह स्थित डा. अभिषेक चाइल्ड केयर ज्योति आईवीएफ सेंटर व डिमना रोड स्थित स्मृति सेवा सदन में भी मरीज भेजते थे। वहीं, टेल्को में भी एक डाक्टर के यहां मरीज भेजता था। अब टीम इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि क्या यहां भी गर्भपात होता था। सुत्रों के अनुसार, शहर में गर्भरात कराने का बड़ा रैकट चल रहा है, जिसमें कई बड़े डाक्टर शामिल हो सकते हैं।
12 घंटे तक चली छापेमारी
छापेमारी सुबह 11 से रात 12 बजे तक चलती रही। सिविल सर्जन डा. साहिर पाल ने बताया कि गुप्त सूचना का आधार पर कार्रवाई की गई है। इस दौरान भारी मात्रा में दवा, कई नर्सिंग होम के पैथोलाजी जांच रिपोर्ट, उपकरण, जांच किट सहित कई सामान बरामद किए गए है। वहीं, आरोपित डाक्टर ने खुद को एमबीबीएस बता रहा है लेकिन उसके बाद इससे संबंधित कोई कागजात नहीं है। जिससे जांच टीम को अंदेशा है कि वह झोलाछाप है।
जांच टीम में सिविल सर्जन डा. साहिर पाल, डीएसपी सुमित कुमार, बीडीओ पियुषा सलीना डोना मिंज, सीओ चंद्र शेखर तिवारी, इंस्पेक्टर हीरालाल महतो, थाना प्रभारी अशोक राम, सदर अस्पताल के डा. बिमलेश कुमार, पटमदा चिकित्सा पदाधिकारी डा. समीर कुमार, पियूष कुमार आदिक शामिल थे।