'मकर दिनेर छांका गुड़ पीठा, बंधु खाएंले मीठा-मीठा'
मकर दिनेर छांका गुड़ पीठा बंधु खाएंले मीठा-मीठा मकर दिन का बनाया गुड़ पीठा साथी खाईए मीठा-मीठा। समेत विभिन्न टुसू गीतों से मेला परिसर गूंजायमान था। चारों ओर मांदर और ढोल की थाप पर थिरकते लोग मेला का उत्साह बढ़ा रहे थे।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : 'मकर दिनेर छांका गुड़ पीठा, बंधु खाएंले मीठा-मीठा' मकर दिन का बनाया गुड़ पीठा, साथी खाईए मीठा-मीठा। समेत विभिन्न टुसू गीतों से मेला परिसर गूंजायमान था। चारों ओर मांदर और ढोल की थाप पर थिरकते लोग मेला का उत्साह बढ़ा रहे थे। देवघर पंचायत के कोयनाडूबा में बेताकोचा टुसू मेला समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय टुसू मेला के दूसरे और समापन के दिन करीब 20 टुसू प्रतिमा लाए गए। मेला में सर्वश्रेष्ठ पांच टुसू प्रतिमा के लिए पुरस्कार रखा गया था। इसके साथ ही मेला में शामिल हुए सभी टुसू प्रतिमा को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 1500 रुपये नकद दिए गए। मेला में शामिल जोड़सा के टुसू को पहला, गालुडीह के टुसू को दूसरा, धरमबांधा को तीसरा, लुपुंगडीह को चौथा और धालभूमगढ़ के टुसू को पांचवा पुरस्कार मिला। समिति की ओर से पहला पुरस्कार 11 हजार, दूसरा नौ हजार, तीसरा सात हजार, चौथा पांच हजार और पांचवां पुरस्कार तीन हजार रुपये रखा गया था। इसके साथ मेला में मुर्गा पाड़ा का भी आयोजन किया गया। मुर्गा पाड़ा में रखे गए पहला और दूसरा पुरस्कार समिति के पास ही रह गया। पहले पुरस्कार के रूप में सोने की अंगूठी और दूसरे पुरस्कार के रूप में चार हजार एक रुपये रखा गया था।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बांधा समां
टुसू मेला के अंतिम दिन झूमर संगीत, आर्केस्ट्रा के साथ लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। टुसू गीतों पर मांदर की थाप पर थिरकते लोगों की टोली मेला में शामिल लोगों का उत्साह बढ़ा रहा था। मेला के दोनो ही दिन दूर-दराज से लोग शामिल हुए और अपनी प्राचीन परंपरा का निर्वाह किया।