44 साल पूर्व अस्तित्व में आया मानगो अक्षेस, आज तक नहीं हुआ चुनाव
मानगो अधिसूचित क्षेत्र समिति का घोषणा 8 जनवरी 1975 को हुई थी। जबकि पूर्ण रूप से काम करने लगा 1979 में। मानगो अधिसूचित क्षेत्र समिति का गठन को 44 वर्ष बीत गए लेकिन आज तक यहां का चुनाव नहीं हो सका।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मानगो अधिसूचित क्षेत्र समिति का घोषणा 8 जनवरी 1975 को हुई थी। जबकि पूर्ण रूप से काम करने लगा 1979 में। मानगो अधिसूचित क्षेत्र समिति का गठन को 44 वर्ष बीत गए, लेकिन आज तक यहां का चुनाव नहीं हो सका। आम जनता को तकलीफ न हो इसके लिए तत्कालीन गर्वनर द्वारा समाज में अच्छे काम करने वाले समाजसेवी को वार्ड कमिश्नर के तौर पर मनोनित करते थे। इस तरह वार्ड कमिश्नर मनोनित करने का सिलसिला 1991 तक चला। इसके बाद आज तक कोई चुनाव या मनोनयन नहीं हो सका। बीते साल मानगो अधिसूचित क्षेत्र समिति को सरकार ने मानगो नगर निगम घोषित तो कर दिया, लेकिन आज तक मेयर या वार्ड कमिश्नर का चुनाव नहीं हो सका। जिसके कारण मानगो वासियों को आज तक तीसरे मत का अधिकार नहीं मिल सका।
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ओबीसी की आंकड़े नहीं होने से वंचित रहा है चुनाव
मानगो नगर निगम का चुनाव कराने के लिए कई राजनीतिक दल के साथ ही क्षेत्र के विधायक सह मंत्री सरयू राय, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के साथ ही खुद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कई अवसरों पर बातचीत के क्रम में कहा कि जल्द ही मानगो नगर निगम का चुनाव होगा और मानगोवासियों को तीसरे मत का अधिकार मिलेगा। दो माह पूर्व नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा था कि मानगो नगर निगम का ओबीसी पिछड़ा वर्ग की गणना नहीं होने के कारण चुनाव नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर गणना की रिपोर्ट मिलते ही मानगो नगर निगम का चुनाव करा दिए जाएंगे। चूंकि जिला कार्यालय के पास संबंधित मतदाताओं की सूची में ओबीसी का आकड़ा नहीं है। आकड़ा नहीं रहने से चुनाव संभव नहीं होगा, क्योंकि वाडरें को संबंधित वगरें के लिए आरक्षित करने का प्रावधान पूरा नहीं किया जा सकेगा।
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मानगो नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले ओबीसी पिछड़ा वर्ग का सर्वे हो चुका है। आगामी विधानसभा चुनाव के बाद नई सरकार बनेगी। नए सरकार बनने के बाद मानगो नगर निगम का चुनाव करा दिया जाएगा।
- सरयू राय, विधायक, सह मंत्री झारखंड सरकार