अन्वेश अंबष्ठ, जमशेदपुर : देश के सबसे बड़े आतंकी दाउद इब्राहिम के करीबी मोस्ट वांटेड अब्दुल माजिद कुट्टी हो या फिर अलकायदा का संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान कटकी हो, लौहनगरी हमेशा से ही आतंकियों के लिए ''स्लीपर सेल'' रहा है। आतंकवाद गतिविधि की चर्चा करते ही जमशेदपुर का नाम आ ही जाता है और शहर हमेशा एटीएस, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और पुलिस के रडार पर रहता है। कारण, आतंकी संगठन से जुड़े कई संदिग्ध आतंकियों का पकड़ा जाना है। यह अलग बात है कि पकड़े गए संदिग्धों ने शहर में केवल पनाह तो लिया, लेकिन किसी वारदात को अंजाम नहीं दिया। आरोपितों पकड़े जाने के बाद पुलिस कुछ दिन के लिए सक्रिय रहती है, लेकिन समय बीतने के साथ मामले पर ध्यान नहीं दिया जाता।

24 साल से फरार अंडरवर्ल्ड सरगना दाउद इब्राहिम के करीबी मोस्ट वांटेड अब्दुल माजिद कुट्टी को 25 दिसंबर 2020 को गुजरात एटीएस ने दबोचा था। वह जमशेदपुर में फरारी काट रहा था, लेकिन इसकी भनक जमशेदपुर पुलिस को नहीं थी जबकि उसके विरुद्ध गुजरात के मेहसाणा में मामले दर्ज थे।
ऐसा नहीं है कि जमशेदपुर में पहली बार हुआ है। आतंकी संगठन अलकायदा संगठन के संदिग्ध, सिम्मी और दूसरे आतंकी संगठन से जुड़े संदिग्ध आतंकी भी पकड़े जा चुके हैं। जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र धातकीडीह निवासी अब्दुल शामी, मानगो का जीशान दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है। जीशान के भाई अर्सियान के तुर्की में बंद होने की सूचना है। आजादनगर के दो युवक फरवरी 2007 में आतंकी संगठन से जुड़े होने के आरोप में पकड़े गए थे जिनकी गतिविधि बंगाल से जुड़ी थी।
जमशेदपुर के सबसे पहले 2002 में आतंकी तार जुड़े होने की जानकारी तब मिली थी जब दिल्ली के अंसल प्लाजा में मुठभेड़ में मारे गए आतंकी शाहनवाज के पास से जमशेदपुर के मानगो के जवाहर नगर का पता वाला लाइसेंस मिला था।
21 सितंबर 2019-झारखंड एटीएस ने आतंकी संगठन से जुड़े होने के आरोप में मानगो निवासी कलीमुद्दीन को टाटानगर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था। झारखंड उच्च न्यायालय से उसे जमानत मिल गई। एटीएस कोई साक्ष्य उसके खिलाफ नहीं दे पाई।
17 दिसंबर 2015- दिल्ली के सीलमपुर से अलकायदा के भारत प्रमुख मोहम्मद आसिफ को गिरफ्तार किया गया था।
16 दिसंबर 2015- ओडिशा पुलिस ने अलकायदा आतंकी अब्दुल रहमान कटकी को गिरफ्तार किया था। उसने कबूला कि जमशेदपुर में वो कई युवकों को प्रशिक्षित कर चुका था। तिहाड़ जेल में है।
अक्टूबर 2014- एटीएस ने पश्चिम बंगाल के वर्द्धमान में हुए बम विस्फोट मामले में जमशेदपुर के आजाद नगर से शीश महमूद नामक शख्स को गिरफ्तार किया था। एटीएस के अनुसार महमूद जमात उल मुजाहिदीन का सदस्य था।
जून 2005- जुगसलाई स्टेशन रोड एक होटल से टाइम बम बरामद किया गया था। पुलिस की दबिश के पहले ही होटल में ठहरने वाला शहनवाज भाग निकला था जो आज तक नहीं पकड़ा गया। वह बिहार के बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल का निवासी था।
लोग सतर्क रहें, पुलिस को दें सूचना : एसएसपी
राष्ट्रीय आतंकवाद विरोध दिवस पर एसएसपी डा. एम तमिल वणन ने कहा कि लोग सतर्क रहे। किसी की गतिविधि अगर संदिग्ध लगे तो इसकी सूचना पुलिस को दे। सूचना देने वाले का नाम-पता पुलिस गोपनीय रखेगी। शहर में पूर्व में संदिग्ध आतंकी पकड़े गए हैं। सभी को राष्ट्र विरोधी तत्वों से सावधान रहना है। इसमें सभी का सहयोग आवश्यक है। युवा जागरूक रहें। आतंकवाद मानवता का सबसे बढ़ा दुश्मन माना जाता है।
तमिल वाणन,एसएसपी, जमशेदपुर
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