एआइएफएफ के निर्देश के कारण गौरव को नहीं मिला मौका
उम्र विवाद में फंसे ह्इअ गौरव मुखी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : उम्र विवाद में फंसे गौरव मुखी पर अब ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआइएफएफ) की तलवार लटकने लगी है। यही कारण है कि कल तक गौरव की खेलने की घोषणा करने वाले सीजर फेरांडो भी आज गौरव का बचाव करते दिखे। उन्होंने कहा कि एआइएफएफ के निर्देश के कारण गौरव को अंतिम समय में टीम में शामिल नहीं किया गया। गौरतलब है कि बेंगलुरू मैच में गौरव मुखी के गोल दागने के बाद उम्र के लेकर विवाद हो गया था। गौरव मुखी को 16 साल का बताया जा रहा है जबकि तीन साल पहले खेले गए अंडर-15 टूर्नामेंट में उसकी जन्म का वर्ष 1999 बताया गया है।
जमशेदपुर एफसी के कोच सीजर फेरांडो में घर में मिली ड्रॉ से नाखुश हैं। मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी शुरुआत अच्छी थी और एटीके की टीम बैकफुट पर नजर आ रही थी, लेकिन एक कॉर्नर किक ने हमारी किस्मत पलट दी। शुरुआती बढ़त मिलने के बाद हाफ टाइम से ठीक पहले एटीके द्वारा गोल दागने का टीम के मनोबल पर असर पड़ा। लेकिन यही फुटबॉल है।
कॉर्नर पर एटीके के खिलाड़ी लेंचारोटे द्वारा किए गए कर्लिग किक की तारीफ करते हुए कहा कि एक छोटी सी चूक हमपर भारी पड़ी। उन्होंने इस बात को नकार दिया कि जमशेदपुर एफसी के पूर्व कोच होने के नाते स्टीव कॉपेल को हमारे खिलाड़ियों की खूबियों व खामियों के बारे में पता था, इसका उसे फायदा मिला। सीजर फेरांडो ने कहा कि हमारी टीम नई है और कोच भी दूसरा है। हर कोच का अपना स्टाइल होता है। हमारी टीम ने प्री सीजन से लेकर ट्रेनिंग सेशन तक हमारी रणनीति के अनुसार चलती है। इसमें भला दूसरे कोच का टीम पर कैसे प्रभाव हो सकता है।