Jamshedpur Crime: पत्नी, बच्चों समेत चार की हत्या के आरोपित दीपक कुमार के मित्र प्रभु साव और उसके भांजे रोशन से पूछताछ
Kadma Jamshedpur Murder. दीपक ने पत्नी और दो पुत्रियों की हत्या के लिए उकसाने के लिए प्रभु साव और रौशन को जिम्मेदार बताया था। कहा था कि वह उन दोनों की भी हत्या करना चाहता था। यह बात अलग है कि दोनों किसी तरह बच निकला।
जमशेदपुर, जासं। कदमा तीस्ता रोड टाटा स्टील के क्वार्टर में पत्नी वीणा देवी, दाे पुत्रियों और ट्यूशन शिक्षिका की हत्या का आरोपित दीपक कुमार न्यायिक हिरासत में है। जेल जाने से पहले उसने हत्या मामले में कई जानकारी कदमा थाना की पुलिस को उपलब्ध कराई थी। हत्या क्यों की, इसके लिए कौन जिम्मेवार है, इसे बताया था। इसकी सत्यता को लेकर पुलिस आरोपित के बचपन के मित्र परसुडीह निवासी प्रभु साव और उसके भांजे टेल्को के रौशन कुमार से कदमा थाना में पुलिस की पूछताछ जारी है ताकि हत्या से संबंधित अन्य जानकारी स्पष्ट हो सके।
दीपक कुमार ने पुलिस को पूछताछ में जानकारी दी थी कि परसुडीह थाना क्षेत्र सोपोडेरा में उसका पैतृक मकान था जिसकी बिक्री उसके बचपन के मित्र प्रभु साव ने 40 लाख रुपये में करवा दी थी। 40 लाख में विलासपुर में रहने वाले अपने भाई मृत्युंजय कुमार को उसने 20 लाख रुपये दे दिए। 20 लाख रुपये अपने पास रख लिया। प्रभु ने 17 लाख में अपना ट्रक दीपक कुमार को बेच दिया था। ट्रक का पांच साल का टैक्स बकाया था। प्रभु ने अपना बुलेट भी दीपक को एक लाख में दे दिया था। ट्रक गोविंदपुर के जोजोबेड़ा में ट्रांसपोर्ट के अधीन चलने लगा। उससे 65 हजार रुपये प्रतिमाह मिलने लगे। रुपये आने पर खर्च भी बढ़ा। इसी बीच लॉकडाउन लग गया। लॉकडाउन लगने से आमदनी बंद हो गई और खर्च बढ़ गया।
लोन लेने से बिगडी हालत
उसने न सिर्फ बैंक से लोन लिया, बल्कि पीएफ लोन एक लाख हजार रुपये भी उठा लिए। टाटा स्टील में उसे 34 हजार रुपया वेतन मिलता था। लाेन कटने के कारण आठ हजार रुपये वेतन हाथ में मिलने लगा। आर्थिक स्थिति खराब हो गई। प्रभु साव का भांजा रोशन ने उससे कहा उसके पास भी भारी ट्रक है। दोनों ने ट्रक खड़गपुर के लक्ष्मी मेटल्स में चलाने का निर्णय लिया। लेकिन रोशन ने ट्रक से होने वाली आमदनी नहीं दी। कर्ज बढ़ता गया। दोनों के कारण वह बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है। दीपक कुमार की इस जानकारी के बाद से पुलिस प्रभु साव और रौशन से पूछताछ कर रही है। रौशन ने ट्रक के हिसाब-किताब को भी पुलिस को दिखाएं। दीपक के आरोप को गलत बताया है।
करना चाहता था प्रभु एवं उसके भानजे की हत्या
गौरतलब है कि पत्नी और दो पुत्रियों की हत्या के लिए उकसाने को प्रभु साव और रौशन को जिम्मेदार बताया था। कहा था कि वह उन दोनों की भी हत्या करना चाहता था। योजना के तहत उसने 12 अप्रैल को पत्नी, दो पुत्रियों और शिक्षिका की हत्या की। हत्या के बाद रौशन कुमार और उसकी पत्नी को कदमा घर पर दोपहर में लंच पर बुलाया था। उसने रौशन के साले अंकित की हत्या के लिए उस पर हथौड़े से हमला किया, लेकिन रौशन और उसकी पत्नी अराध्या के कारण योजना विफल हो गइ। रौशन पर भी उसने हमला किया था। अंकित टीएमएच में है।
अदालत ने आरोपित दीपक का ब्लड सैंपल लेने को सिविल सर्जन को चिकित्सक प्रतिनियुक्त के दिए आदेश
पत्नी, दो पुत्रियों और शिक्षिका की हत्या करने के आरोपित टाटा स्टील के कर्मचारी दीपक कुमार और टेल्को के रोशन कुमार और उसके साले अंकित का ब्लड सैंपल लिए जाने को जिले के सिविल सर्जन को एक चिकित्सक प्रतिनियुक्त करने का आदेश मंगलवार को दिया। कदमा थाना की पुलिस ने ब्लड सैंपल एकत्र किए जाने की प्रक्रिया को न्यायिक दंडाधिकारी एसबी जेना की अदालत में अर्जी दाखिल की थी जिस पर अदालत ने आदेश जारी किए। आरोपित न्यायिक हिरासत में है। पुलिस को जो कुछ भी केस से संबंधित मामले में कार्रवाई को अदालत का आदेश लेना होगा। आरोपित का ब्लड सैंपल एकत्र पुलिस इसलिए कराना चाह रही कि हत्या की घटना रौशन और अंकित पर भी अपने कदमा तीस्ता रोड आवास पर हथौड़े से हमला कर जख्मी कर दिया था। दोनों की जान बच गई थी। आरोपित समेत तीनों का ब्लड सैंपल एकत्र कर पुलिस फोरेंसिक विभाग को भेजेंगी जिसमें जांच में हत्या के प्रयास का मामला स्पष्ट हो सकते है। दूसरा पत्नी, दो पुत्रियों और शिक्षिका की हत्या के बाद फोरेंसिक विभाग ने मृतकों के शव से ब्लड के नमूने लिए थे जिसकी बायोमैट्रिक्स की जांच होगी। घटनास्थल से फोरेंसिक विभाग ने खून से सनी हथौड़ी, सीमेन लगा गमछा, ब्लेड, टीचर के कपड़े, चाकू, प्लास्टिक टेप और दूसरे सामान जब्त किए थे। इन सबकी भी जांच होनी है।