Jamshedpur Crime News: जमशेदपुर से बड़े स्तर पर बिहार में होती थी शराब की डिलीवरी, सरगना की डायरी में कई अधिकारियों के नाम से हड़कंप
Jamshedpur Crime News आइजी के आदेश पर हुई छापेमारी में बिहार की पुलिस टीम ने चांडिल थाना क्षेत्र के आसनबनी के गोदाम में छापेमारी कर शराब बरामद किया तो इसकी लिखित शिकायत बिहार पुलिस टीम के अधिकारी ने जो दी थी।
जमशेदपुर, जासं। शराबबंदी वाले राज्य बिहार में अंग्रेजी शराब की आपूर्ति जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना के न्यू लेआउट निवासी नीरज कुमार गुप्ता लंबे समय से कर रहा है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर बिहार पुलिस टीम ने उसके घर पर दबिश दी, लेकिन वह भागने में सफल रहा। घर की तलाशी में पुलिस को दो मोबाइल और एक रजिस्टर मिली, जिसे पुलिस टीम ने जब्त किया। इसमें शराब के धंधे का पूरा ब्योरा था, जिसमें मासिक रूप से पुलिस और उत्पाद विभाग से जुड़े अधिकारियों को रुपये भुगतान करने का पूरा लेखा-जोखा था। रजिस्टर बयां कर रही है कि चांडिल, चौका, ईचागढ़ और अन्य इलाके में नीरज कुमार के जो शराब के गोदाम है। वह उत्पाद विभाग और पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से संचालित हो रहा था। सबकुछ सेटिंग-गेटिंग से हो रहा था। जब्त रजिस्टर में डीएसपी के नाम से रंजन कुमार नामक पुलिसकर्मी 40 हजार, सरायकेला-खरसावां जिला के उत्पाद विभाग के अधिकारी को एक लाख, इंस्पेक्टर को छह हजार, थाना को 26 हजार, पुलिसकर्मियों को 40 हजार, उत्पाद विभाग के एक दारोगा को 26 हजार रुपये देना अंकित है। इसका खुलासा बिहार के बिहटा और बेगूसराय में चांडिल इलाके से जा रही शराब खेप के इसी माह पकड़े जाने से हुआ। पकड़े गए ट्रक के चालकों ने बिहार के मद्यनिषेध इकाई के अधिकारियों को बताया था कि वे लोग नीरज कुमार के लिए काम करते है। विक्रम सिंह गोदाम का संचालक है। 14 मई को बिहार के मद्यनिषेध की इकाई की पुलिस टीम चांडिल पहुंची थी। आसनबनी के विक्रम सिंह के गोदाम से 320 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गई थी, जिसकी कीमत 30 लाख के करीब है।
छापेमारी को लेकर आमने-सामने बिहार-झारखंड पुलिस
आइजी के आदेश पर हुई छापेमारी में बिहार की पुलिस टीम ने चांडिल थाना क्षेत्र के आसनबनी के गोदाम में छापेमारी कर शराब बरामद किया, तो इसकी लिखित शिकायत बिहार पुलिस टीम के अधिकारी ने जो दी थी। थाना में कहा गया कि बिना अनुमति लिए छापेमारी क्यों की गई। जिसको लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद पुलिस टीम के वरीय अधिकारियों ने पूरे मामले से झारखंड के आइजी पंकज कंबोज को अवगत कराया। बताया कि चांडिल, चौका और ईचागढ़ के गोदाम में और भी शराब है। स्थानीय थाना की पुलिस की मिलीभगत के कारण माल बरामद होना मुश्किल है। इसके बाद आइजी ने कोल्हान डीआइजी अजय लिंडा को मामले को देखने कहा। डीआइजी ने एक विशेष टीम गठित की। 15 और 16 मई को बिहार पुलिस की सूचना पर चांडिल, चौका और ईचागढ़ से एक कंटेनर और दो ट्रक से शराब बरामद किए गए। छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। सभी ने पूछताछ में बताया कि धंधे का सरगना नीरज कुमार गुप्ता है जो जमशेदपुर के सीतारामडेरा क्षेत्र का निवासी है। नीरज कुमार के घर पर पुलिस ने दबिश दी। चांडिल थाना में नीरज कुमार गुप्ता समेत अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। चांडिल, चौका और ईचागढ़ में शराब बरामदगी मामले में चार अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बिहार पुलिस की टीम ने शराब बरामदगी मामले में स्थानीय क्षेत्र की पुलिस की मिलीभगत होने की आशंका जताई थी। इसको बाद वरीय अधिकारी के निर्देश पर एक विशेष टीम ने बिहार पुलिस टीम की सूचना पर छापेमारी की। भारी मात्रा में शराब बरामद की गई। शराब मामले में स्थानीय थाना की कितनी मिलीभगत है। इसकी जांच करने का निर्देश चांडिल एसडीपीओ संजय कुमार सिंह को दी गई है। नीरज कुमार गुप्ता की घर से मिली रजिस्टर में क्या है इसकी जानकारी नहीं है। सरगना की तलाश की जा रही है।
अजय लिंडा, डीआइजी कोल्हान।