जुगसलाई में पटाखों के गोदाम में आग लगी तो दमकल पहुंचना होगा मुश्किल
जुगसलाई में जगह-जगह पटाखों के गोदाम हैं। दीपावली के नजदीक आते ही पटाखा कारोबारियों ने जुगसलाई में अवैध गोदाम बना लिए हैं। इन गोदामों तक जाने का रास्ता बेहद तंग है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जुगसलाई में जगह-जगह पटाखों के गोदाम हैं। दीपावली के नजदीक आते ही पटाखा कारोबारियों ने जुगसलाई में अवैध गोदाम बना लिए हैं। इन गोदामों तक जाने का रास्ता बेहद तंग है। ऐसे में अगर इन गोदामों में आग लगी तो अग्निशमन केंद्र का अंदर घुसना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में आग लगने पर यहां तबाही तय है। लेकिन, जिला प्रशासन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है।
जुगसलाई में अभी पटाखों की दुकानें नहीं सजी हैं। लेकिन, गोदाम तैयार हो गए हैं। बताते हैं कि जुगसलाई में दर्जन भर से अधिक ठिकानों पर अवैध तरीके से पटाखों का जखीरा रखा गया है। रेलवे लाइन पार करने के बाद मुख्य बाजार में ही पटाखों की तीन-चार दुकानें हैं। यहां भी कुछ होने पर दमकल नहीं जा पाएगा। इनमें से कुछ दुकानें कांप्लेक्स में हैं। इस कांप्लेक्स में अंदर फायरब्रिगेड का पहुंचना मुश्किल है। अगर रेलवे फाटक बंद रहा तो दमकल को आगे बढ़ने में देर होगी। इसके बाद बाटा चौक के आगे सड़कें संकरी हैं।
जुगसलाई में स्टेशन रोड पर 9-10 अवैध गोदाम हैं। स्टेशन रोड के पास की तंग गलियों के अंदर तीन-चार गोदाम हैं। इसके अलावा, चौक बाजार में पीपल के पेड़ के पास एक गोदाम है। नया बाजार में भी पटाखे के चार-पांच अवैध गोदाम बन गए हैं। नया बाजार के रहने वाले बताते हैं कि इन इलाकों में दमकल के आने की जगह ही नहीं है। इसी तरह, मारवाड़ी पाड़ा रोड में भी डाउन में जाने पर कई अवैध गोदाम हैं। जुगसलाई के लोगों का कहना है कि ओवरब्रिज नहीं बनने से भी इस इलाके का नुकसान हुआ है। अगर जुगसलाई में आग लगती है और रेलवे फाटक बंद रहता है तो आग बुझाना मुश्किल हो जाएगा।
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पार्वती घाट के रास्ते में भी हो रहा अतिक्रमण
जुगसलाई में पार्वती घाट की तरफ से जुगसलाई आने का एक रास्ता है। ये रास्ता थोड़ा चौड़ा है। इधर से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आ सकती थीं। लेकिन, भू माफिया की नजर इस रास्ते पर भी है। इस रास्ते में भी अतिक्रमण हो रहा है जिससे सड़क संकरी होती जा रही है। अब इस सड़क से भी बड़े वाहनों का जुगसलाई में आना खत्म हो जाएगा।
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बारीडीह बाजार में भी नहीं पहुंचेगा दमकल
बारीडीह में भी पटाखों की दुकानें लगती हैं। यहां भी पटाखों की दुकानें गलियों में लगती हैं। यहां भी अगर किसी तरह का कोई हादसा होता है। आग लगती है तो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां अंदर नहीं घुस पाएंगी। यहां पटाखों की दुकानें लगाने के लिए प्रशासन इजाजत नहीं देता। लेकिन, फिर भी लोग चोरी-छिपे यहां दुकान लगाते हैं।
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मानगो में तैयार हैं फायरब्रिगेड की दो गाड़ियां
मानगो में फायरब्रिगेड की दो गाड़ियां दीपावली के मौके पर किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए तैयार हैं। यहां फायरब्रिगेड की गाड़ियों के आने-जाने वाले रास्ता निर्माण की वजह से बंद किया गया है। लेकिन, फायरब्रिगेड के वाहन एमजीएम मेडिकल कॉलेज के रास्ते से आवागमन कर सकते हैं।