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Jharkhand News: 24 घंटे ड्रोन की निगरानी में रहेगा जमशेदपुर शहर, 2.5 करोड़ होगा खर्च

जमशेदपुर ड्रोन मोनिटरिंग सिस्टम लगाने की स्वीकृति के लिए नगर विकास विभाग को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। ड्रोन मैपिंग नियंत्रण प्रणाली 360 डिग्री पर शहर की तस्वीरें उपलब्ध कराएगा। छह अगस्त 2021 को जमशेदपुर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ड्रोन उड़ाकर थ्रीडी मैपिंग कराया गया था।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 06 Oct 2021 04:09 PM (IST)Updated: Wed, 06 Oct 2021 04:09 PM (IST)
Jharkhand News: 24 घंटे ड्रोन की निगरानी में रहेगा जमशेदपुर शहर, 2.5 करोड़ होगा खर्च
झारखंड का जमशेदपुर शहर अब 24 घंटे थ्रीडी ड्रोन कैमरा की निगरानी में रहेगा।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। झारखंड का जमशेदपुर शहर अब 24 घंटे थ्रीडी ड्रोन कैमरा की निगरानी में रहेगा। इस पर ढाई करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की जाएगी। इसके लिए जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के कार्यालय में 2.5 करोड़ की लागत से थ्रीडी ड्रोन मोनिटरिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। जमशेदपुर में ड्रोन मोनिटरिंग सिस्टम लगने से क्राइम कंट्रोल, भीड़-भाड़ पर नजर, अवैध कंस्ट्रक्शन पर नजर, अतिक्रमणकारी पर नजर, प्रदूषण फैलाने वालों पर रखी जाएगी नजर।

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जमशेदपुर ड्रोन मोनिटरिंग सिस्टम लगाने की स्वीकृति के लिए नगर विकास विभाग को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। ड्रोन मैपिंग नियंत्रण प्रणाली 360 डिग्री पर शहर की तस्वीरें उपलब्ध कराएगा। जानकारी हो कि बीते छह अगस्त 2021 को जमशेदपुर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ड्रोन उड़ाकर थ्रीडी मैपिंग कराया गया था।

कई समस्याओं का समाधान होगा

जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि ड्रोन मैपिंग होने के बाद जमीन संबंधी झगड़े काफी कम हो जाएंगे। जहां भी अतिक्रमण होगा प्रशासन को तुरंत पता चल जाएगा। अतिक्रमण पर रोक लगेगी। थ्रीडी मैपिंग में जूम कर प्लॉट की पूरी जानकारी देखी जा सकती है। प्लाट में यदि एक ईंट भी लगाया तो उसका भी पता चल सकेगा। यही नहीं क्राइम को रोकने में भी मदद मिलेगी। मेला, बाजार या भीड़-भाड़ पर पूरी तरह नजर रहेगी। एक-एक वस्तु व लोगों पर नजर रखी जा सकेगी। उन्होंने बताया कि भविष्य के लिए शहर के योजना निर्माण के लिए मदद मिलेगी।

यह डाटा किया जा सकता है शामिल

इसके तहत जनसंख्या, लोगों की इनकम और एजुकेशन लेवल को शामिल किया जा सकता है। जमीन संबंधी डाटा में नदियों, विभिन्न तरह के पेड़-पौधों, पार्क, पार्किंग, बिल्डिंग के अलावा कारखाना, खेत, नाला, रोड और बिजली पावर लाइन की जानकारी भी इस मैप से मिल सकती है। ड्रोन मैपिंग होने से वाटर सप्लाई और सीवर लाइन की मैपिंग का फायदा होगा। कहीं पर भी अगर लाइन में फाल्ट आ जाता है तो इस सिस्टम से उसके बारे में तुरंत पता चल जाएगा और उसे ठीक करने में आसानी होगी।


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