जैन धर्मावलंबियों का जमशेदपुर शहर से संबंध सौ वर्ष पुराना
जैन धर्मावलंबियों का लौहनगरी से करीब सौ साल पुराना संबंध है। टाटा कंपनी की स्थापना होने के बाद रोजगार की तलाश में गुजरात और राजस्थान से जैन समाज के लोग पहुंचे।
जमशेदपुर, दिलीप कुमार। जैन धर्मावलंबियों का लौहनगरी से करीब सौ साल पुराना संबंध है। टाटा कंपनी की स्थापना होने के बाद रोजगार की तलाश में गुजरात और राजस्थान से जैन समाज के लोग पहुंचे। वर्तमान समय में करीब दो से तीन प्रतिशत लोग ही नौकरी में हैं। अधिकांश लोग व्यवसाय से जुड़े हैं। शहर में जैन समाज के सदस्य की संख्या काफी कम है। पूरे शहर में करीब तीन हजार लोग ही इस समाज के हैं। इसके बावजूद यहां जैन समाज का तीन भवन और दो मंदिर हैं।
किशोर गोलछा बताते हैं कि शहर के साकची, सोनारी और बिष्टुपुर में भवन है जबकि जुगसलाई और गोलपहाड़ी में भव्य मंदिर है। जुगसलाई जैन मंदिर का निर्माण वर्ष 1957 में कराया गया था। मंदिर का जीर्णोद्धार वर्ष 2003 में कराया गया है। वहीं गोलपहाड़ी मंदिर करीब 80 वर्ष पुराना है। उन्होंने बताया कि भगवान महावीर के जन्म कल्याणक पर शोभा यात्रा निकलेगी। बिष्टुपुर स्थित कमानी जैन भवन से भव्य शोभा यात्र निकाली जाएगी जो विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए गुजराती सनातन समाज पहुंचेगी। शोभा यात्र में भव्य रूप से सजे पालकी पर भगवान विराजमान रहेंगे। गाजे-बाजे के साथ निकलने वाली शोभा यात्र में 14 स्वप्न के साथ कलश भी रहेगा।
यहां कार्यक्रम
-सोनारी में सुबह छह बजे सामुहिक रूप से सामयिक और सात बजे प्रभात फेरी
-दिगंबर जैन मंदिर गोलपहाड़ी में सुबह सात बजे अभिषेक पूजा
- जुगसलाई जैन भवन में सुबह सात बजे सामयिक
- साकची स्थित गुजराती इंग्लिश स्कूल में कोलकाता के नवकार ग्रुप का भजन संध्या
- जुगसलाई जैन मंदिर में संध्या कालीन आरती
-जुगसलाई ऋषि भवन में शाम को समाज के बच्चों का प्रतिभा सम्मान समारोह