नौ साल में पूर्वी सिंहभूम का सबसे अच्छा रिजल्ट
जैक के आकड़ों पर गौर करें तो नौ साल में पहली बार पूर्वी सिंहभूम का सबसे अच्छा रिजल्ट रहा। शिक्षकों की कमी के बावजूद तथा कई स्कूलों में विज्ञान व गणित के शिक्षक नहीं होने के बावजूद स्कूलों ने अपने प्रदर्शन में सुधार किया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जैक के आकड़ों पर गौर करें तो नौ साल में पहली बार पूर्वी सिंहभूम का सबसे अच्छा रिजल्ट रहा। शिक्षकों की कमी के बावजूद तथा कई स्कूलों में विज्ञान व गणित के शिक्षक नहीं होने के बावजूद स्कूलों ने अपने प्रदर्शन में सुधार किया है।
हाईस्कूलों की शिक्षा व्यवस्था लगातार बदल रही है। खासकर स्मार्ट क्लास होने से विषयों को पढ़ने और समझने में छात्रों को मजा आ रहा है। पिछले नौ सालों में एक बार भी पूर्वी सिंहभूम में 10वीं का रिजल्ट 75 प्रतिशत से अधिक नहीं रहा है। पर, इस बार जिले ने 77.259 प्रतिशत रिजल्ट देकर कीर्तिमान स्थापित किया है। वर्ष 2018 में जिले का 10वीं का रिजल्ट 68.301 प्रतिशत जबकि 2017 में 67.95 प्रतिशत रहा था। जबकि पिछले नौ सालों में जिले का सर्वाधिक रिजल्ट वर्ष 2014 में 73.81 प्रतिशत था।
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आकड़े एक नजर में
जैक 10वीं .
कुल नामाकित : 23,607
परीक्षा में शामिल : 23,452
पास : 18,119
फेल : 5,314
अनुपस्थित : 155
रिजल्ट प्रतिशत : 77.259 प्रतिशत
वर्ष 2018 में रिजल्ट प्रतिशत : 68.22 प्रतिशत
प्रथम श्रेणी : 11,317
द्वितीय श्रेणी : 6398
तृतीय श्रेणी : 404
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पूर्वी सिंहभूम का प्रोग्रेस कार्ड
वर्ष - रिजल्ट प्रतिशत
2010 - 55.81
2011 - 63.87
2012 - 67.40
2013 - 73.36
2014 - 73.81
2015 - 72.81
2016 - 69.40
2017 - 73.05
2018 - 68.22
2019 - 77.25
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सीबीएसई की तर्ज पर जैक ने दिए छप्पड़ फाड़ के नंबर
झारखंड में जैक की ओर से आयोजित मैट्रिक की परीक्षा का परिणाम तीन साल बाद बेहतर हुआ है। पहली बार छात्रों को सीबीएसई व आइसीएसई की तर्ज पर स्टेप मार्किंग का फायदा छात्रों को मिला। इसको लेकर राज्य के सभी प्रमंडल कार्यशाला लगी थी। छात्रों को छप्पड़ फाड़ के नंबर दिए गए है।
पूर्वी सिंहभूम की बात करें तो पूर्वी सिंहभूम के 55 छात्रों को गणित व इंग्लिश में 100 में 100 अंक तथा 90 से अधिक छात्रों को हिदी में 90 से अधिक अंक मिले हैं। राज्य की बात करें तो यह संख्या हजारों में हो जाएगी। किसी को भरोसा ही नहीं था जैक बोर्ड इस तरह नंबर देगा। कई स्कूलों ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की है कि इससे छात्रों का मनोबल बढ़ेगा।
जैक बोर्ड के छात्र और मेहनत करेंगे। विज्ञान व गणित के शिक्षक न रहने के बावजूद छात्रों को 100 में 100 अंक प्राप्त करना एक उपलब्धि ही है। स्टेप मार्किंग को लेकर जैक पिछले तीन साल से कार्यशाला आयोजित कर रहा है। इस बार इसे शिक्षकों ने पूर्ण रूप से धरातल पर उतार दिया। आने वाले दिनों में इसके अच्छे परिणाम जैक को देखने को मिलेंगे। हाईस्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति भी हो रही है, इससे शैक्षणिक गुणवत्ता और सुदृढ़ होने की संभावना है।