जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। एच3एन2 वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शहर में अलर्ट जारी किया गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों को पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है। इसे देखते हुए कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में 20 वार्ड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। यहां पर कोरोना वार्ड को ही एच3एन वार्ड में तब्दील कर दिया गया है। चूंकि, अभी कोरोना का एक भी मरीज भर्ती नहीं है और वार्ड में सारी सुविधाएं पहले से ही मौजूद है। वार्ड में वेंटिलेटर व आक्सीजन से संबंधित सभी उपकरण रखे गए हैं, ताकि किसी भी मरीज को सांस संबंधित परेशानी हो तो उसे बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सके। वहीं, सदर अस्पताल में भी 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। इसमें पांच महिला व पांच पुरुष वार्ड है।

सर्दी-खांसी के मरीज विशेष सावधानी बरते

शहर में फैले कई तरह के वायरस को देखते हुए चिकित्सकों का कहना है कि सर्दी-खांसी के मरीज विशेष सावधानी बरतें। बीमार होने पर मरीज खुद को आइसोलेट कर लें। जबतक जांच रिपोर्ट आएगी तब तक संक्रमण काफी लोगों में फैल सकता है। खास कर बच्चे व बुजुर्गों से दूर रहें। क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। हालांकि, एच3एन2 वायरस उतना खतरनाक नहीं है। अधिकांश लोग बिना भर्ती हुए ही ठीक हो सकते हैं।

आज आ सकती है छह संदिग्धों की रिपोर्ट

शहर में एच3एन2 का पहला मरीज मिलने के बाद टेस्टिंग काफी बढ़ा दी गई है। शनिवार को छह संदिग्ध मरीजों का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कालेज भेजा है। सोमवार को सभी मरीजों की रिपोर्ट आने की संभावना है। मरीजों का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में चल रहा है।

एमजीएम अधीक्षक डॉ. रवींद्र कुमार ने कहा कि एच3एन2 वायरस के अगर कोई मरीज मिलता है तो उसके लिए 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जरूरत पड़ने पर और भी बढ़ाएं जाएंगे।

सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी ने कहा कि एच3एन2 वायरस से निपटने के लिए विभाग को सक्रिय किया गया है। सभी चिकित्सा पदाधिकारियों को संदिग्ध मरीजों का नमूना भेजने का निर्देश दिया गया है।

Edited By: Narender Sanwariya