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सरायकेला-खरसावां के उच्च विद्यालयों में प्रभारी प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति में हो गया खेल, 2019 में नियुक्त शिक्षक बन गए प्रभारी प्रधानाध्यापक

सरायकेला-खरसावां जिले में हाई स्कूलों में प्रभारी प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी को लेकर पूर्वी सिंहभूम के शिक्षक भी सचेत हो गए हैं। इस संबंध में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में ज्ञापन समर्पित किया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 05:20 PM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 05:20 PM (IST)
सरायकेला-खरसावां के उच्च विद्यालयों में प्रभारी प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति में हो गया खेल, 2019 में नियुक्त शिक्षक बन गए प्रभारी प्रधानाध्यापक
गड़बड़ी के विरोध में शिक्षक भी गोलबंद हो चुके हैं।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। झारखंड सरकार के आदेश पर उत्क्रमित उच्च विद्यालयों तथा उच्च विद्यालयों में प्रभारी प्रधानाध्यापकों को नियुक्त करना है। इसके लिए सभी जिले के शिक्षा पदाधिकारी यह कार्य कर रहे हैं। कहीं पर सूची बन रही है तो कहीं पर नियुक्ति हो जा रही है। हालांकि स्कूली शिक्षा विभाग एवं साक्षरता विभाग की ओर से इसके लिए कई मानक तय किए गए है। इसमें सबसे अहम मानक है सेवा संपुष्टि तथा कम से कम पांच वर्ष का अनुभव, लेकिन इस नियम की अनदेखी कई जिलों में होने लगी है।

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इसकी शिकायत भी विभाग तक पहुंचने लगी है। ऐसा ही एक मामला कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां जिला में सामने आया है। सरायकेला-खरसावां के स्कूलों में प्रभारी प्रधानाध्यापक की नियुक्त में खेला हो गया है। सरायकेला-खरसावां जिले में कुल 82 उच्च विद्यालय है। इनमें से 40 प्रतिशत विद्यालय ऐसे हैं जहां प्रभारी प्रधानाध्यापक नियुक्ति में गड़बड़ी हुई है। इन स्कूलों में वैसे शिक्षकों को प्रभारी प्रधानाध्यापक बना दिया गया है जिनकी नियुक्ति ही वर्ष 2019 में हुई है और उनकी सेवा संपुष्टि भी नहीं हुई है। सरायकेला में हुई इस गड़बड़ी के विरोध में शिक्षक भी गोलबंद हो चुके हैं। शिकायत स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तक पहुंच चुकी है। बताया जा रहा है कि सूची बनाने में भी गड़बड़ी की गई है। जब जिला शिक्षा पदाधिकारी एसडी तिग्गा से इस गड़बड़ी के संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि यह लिपिकीय गड़बड़ी हो सकती है। फिलहाल वे इस मामले को निजी स्तर से देख रहे हैं, जल्द ही सूची में सुधार कर दिया जाएगा।

पूर्वी सिंहभूम में न हो गड़बड़ी

इधर सरायकेला-खरसावां जिले में हाई स्कूलों में प्रभारी प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी को लेकर पूर्वी सिंहभूम के शिक्षक भी सचेत हो गए हैं। इस संबंध में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में ज्ञापन समर्पित किया है। इसमें बताया गया कि पूर्वी सिंहभूम की सूची बनाते समय विभागीय निर्देश का पालन किया जाएगा। बिना सेवा संपुष्टि व पांच वर्ष से कम अनुभव वाले शिक्षकों को प्रभारी प्रधानाध्यापक की सूची से शामिल न किया जाए। ज्ञापन में संघ के पूर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह व महासचिव दाखिन टुडू के हस्ताक्षर हैं।


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