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Social Media : सोशल मीडिया के ग्रुप एडमिन के लिए जरूरी खबर, अनदेखी पड़ सकती भारी

Social Media. अगर आप सोशल मीडिया के ग्रुप एडमिन हैं तो आपको कुछ कायदे कानून का ध्यान रखना जरूरी है। इसकी अनदेखी आपको भारी पड़ सकती है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 03:04 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 03:04 PM (IST)
Social Media : सोशल मीडिया के ग्रुप एडमिन के लिए जरूरी खबर, अनदेखी पड़ सकती भारी
Social Media : सोशल मीडिया के ग्रुप एडमिन के लिए जरूरी खबर, अनदेखी पड़ सकती भारी

जमशेदपुर, जेएनएन। यह सोशल मीडिया के ग्रुप एडमिन के लिए जरूरी खबर है। अगर आप एडमिन हैं तो आपको कुछ कायदे कानून का ध्यान रखना जरूरी है। इसकी अनदेखी आपको भारी पड़ सकती है। 

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पूर्वी सिंहभूम के वरीय आरक्षी अधीक्षक अनूप बिरथरे ने कहा है कि वर्तमान समय में सूचनाओं के आदान प्रदान करने के लिए सोशल मीडिया सबसे प्रभावी माध्यम है। अधिकांश लोग सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हैं। यह माध्यम सूचनाओं का आदान-प्रदान करने का सबसे सरल माध्यम बन चुका है। ऐसी स्थिति में सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह भरी गलत सूचनाएं, वीडियो क्लिप प्रसारित होने पर गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं। इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित सूचनाओं पर कड़ी निगरानी रखना आवश्यक है। ऐसा देखा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर समाचार के नाम पर बने ग्रुप तथा अन्य नाम से बने ग्रुप पर कभी-कभी ऐसे समाचार, फोटो, वीडिओ, ऑडियो प्रेषित कर रहे हैं, जिसकी सत्यता प्रमाणित नहीं है। सूचनायें कई बार बिना पुष्टि के सीधे कट-पेस्ट/फॉरवर्ड किए जा रहे हैं। 

ये रहे निर्देश

1. ग्रुप एडमिन वही बनें जो उस ग्रुप के लिए पूर्ण जिम्मेवारी और उत्तरदायित्व का वहन करने में समर्थ हो। 

2. अपने ग्रुप के सभी सदस्यों से ग्रुप एडमिन पूर्णतः परिचित हो। साथ ही ग्रुप में संबंधित थाना प्रभारी/पुलिस पदाधिकारी को अवश्य शामिल करें। 

3. ग्रुप के किसी सदस्य द्वारा गलत बयानी, बिना पुष्टि के समाचार जो अफवाह बन जाये, पोस्ट किए जाने पर या सामाजिक समरसता बिगाड़ने वाले पोस्ट पर ग्रुप एडमिन तत्काल उसका खंडन करें। उस सदस्य को ग्रुप से हटाया जाय।

4. अफवाह/भ्रामक सूचना/सामाजिक समरसता के विरुद्ध सूचना पोस्ट होने पर संबंधित थाना को भी तत्काल सूचना दी जाय।

5. दोषी पाए जाने पर आईटी एक्ट साइबर क्राइम एक्ट तथा आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।

6. किसी भी धर्म के नाम पर भावनाओं को आहत करने वाले पोस्ट किसी भी ग्रुप में डाले जाने पर समाज में तनाव उत्पन्न होने की संभावना रहती है ऐसे पोस्ट करने या किसी अन्य ग्रुप के फॉरवर्ड करने पर आईटी, साइबर क्राइम एक्ट एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओं के आधार पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही ग्रुप एडमिन की भी जिम्मेवारी तदनुरूप निर्धारित की जाएगी।


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