विज्ञान से होगा नए भारत का निर्माण : सासद
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं राष्ट्रीय नवप्रवर्तन
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान के संयुक्त तत्वावधान में कोल्हान प्रमंडलीय स्तरीय इंस्पायर अवार्ड मानक प्रदर्शनी का आयोजन शनिवार को न्यू बाराद्वारी स्थित पीपुल्स अकादमी उच्च विद्यालय में हुआ। इसका उद्घाटन करते हुए स्थानीय सासद विद्युतवरण महतो ने कहा कि विज्ञान के उपयोग से ही नए भारत का निर्माण होगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि नए भारत के निर्माण में पूरे देशभर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रयास किए जा रहे हैं और इस दिशा में राज्य सरकार भी सराहनीय भूमिका अदा कर रही है। उन्होंने इसरो की उपलब्धि का जिक्र करते हुए बाल वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा कि विज्ञान के प्रति उनकी रुचि आगे चलकर वैज्ञानिक बनाने में सहायक होगी और उन्हें देश की सेवा करने का शुभ अवसर मिलेगा। इस मौके पर पूर्वी सिंहभूम के जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने बताया कि जिले से 18 सौ बच्चों ने आवेदन दिया था और उनमें से 325 का चयन हुआ। पूरे कोल्हान से 336 मॉडल इसमें शामिल हुए।
इस मौके पर एपीओ अखिलेश कुमार ने बताया कि कक्षा छठी से दसवीं तक के विद्यार्थियों को अपने नए चुनिंदा विचारों को मूर्त रूप से दर्शाने का अच्छा अवसर सरकार दे रही है। वहीं राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान, दिल्ली की नवनीत कौर ने कहा कि बच्चों को राष्ट्रपति भवन में अपनी प्रतिभा को साबित करने का एक अच्छा मंच मिल रहा है। मंच का संचालन आशा चौबे एवं नीतिशा पाठक ने किया तथा जमशेदपुर पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने बैंड की धुन पर अतिथियों एवं निर्णायक मंडली के सदस्यों का स्वागत किया तथा जमशेदपुर पब्लिक स्कूल एवं गुरुनानक स्कूल साकची की छात्राओं ने सास्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
दोपहर तक आते रहे मॉडल : विज्ञान प्रदर्शनी सुबह 10 बजे से शुरू हो गई थी, लेकिन मॉडल 12:30 बजे तक आते रहे। रजिस्ट्रेशन का कार्य सुबह 8:30 बजे प्रारंभ हो गया था। एक दर्जन से अधिक स्कूल 12:30 बजे के बाद पहुंचे, लेकिन उन्हें भी स्थान दिया गया।
जजमेंट रोककर हुआ उद्घाटन :
विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन सुबह 10 बजे होना था, लेकिन राज्यपाल के शहर आगमन को लेकर कई अतिथि समय पर नहीं पहुंच पाए। इस कारण वैज्ञानिकों द्वारा जजमेंट का कार्य प्रारंभ कर दिया गया। 40 से अधिक मॉडलों का वैज्ञानिकों ने अवलोकन किया था। इसी बीच दोपहर 12 बजे सांसद का आगमन हुआ तो आयोजकों ने भी राहत की सांस ली कि चलो कम से कम एक अतिथि तो आ गया। उसके बाद जजमेंट का कार्य रोककर विज्ञान प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन किया गया।
माइक बंद होने से नहीं बोल पाए सांसद : प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान सांसद विद्युत वरण महतो अपनी पूरी बात नहीं रख पाए। दरअसल इस दौरान बिजली गुल हो गई और माइक बंद हो गया। माइक बंद होने के बाद वे स्टेज से उतरकर विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन करने लगे।