Indian Railways: रेलवे के रनिंग स्टाफ को मिली राहत, दक्षिण-पूर्व रेलवे ने जारी किया आदेश
Indian Railways रेलवे रनिंग स्टाफ को अब ड्यूटी आते-जाते समय ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से राहत दी गई है। नया आदेश 30 जून 2021 तक प्रभावी रहेगा।कोविड 19 के सेकेंड वेब के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे ने नया आदेश जारी किया है।
जमशेदपुर, जासं। रेलवे बोर्ड के नियमों के अनुसार ड्यूटी पर आते और जाते समय सभी रनिंग स्टॉफ (ड्राइवर, लोको पायलट व गार्ड सहित अन्य) को ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट और बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन से गुजरना पड़ता है। लेकिन कोविड 19 के सेकेंड वेब के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे ने नया आदेश जारी किया है।
इस आदेश के तहत रनिंग स्टाफ को अब ड्यूटी आते-जाते समय ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से राहत दी गई है। नया आदेश 30 जून 2021 तक प्रभावी रहेगा। हालांकि, दक्षिण पूर्व रेलवे ने निर्देश दिया है कि सभी रनिंग स्टॉफ लॉबी को रेंडमली दो या तीन रनिंग स्टॉफ का औचक जांच करना होगा। साथ ही इसका रिकार्ड भी अपने पास मेंटेन रखना होगा। साथ ही लॉबी से चलने वाले सभी रनिंग स्टाफ को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि इस छूट का मतलब किसी भी तरह का मादक पदार्थ या शराब का सेवन पूरी तरह से वर्जित होगा।
शपथ पत्र देने की बाध्यता
साथ ही सभी रनिंग स्टाफ को निर्देश दिया गया है कि वे एक शपथ पत्र देंगे जिसमें ड्यूटी आते-जाते समय ब्रेथ एनालाइजर जांच में सहयोग करेंगे। साथ ही सभी डिविजन को निर्देश दिया गया है कि वे अपने सभी नरिंग स्टॉफ को प्रोत्साहित करें कि वे मोबाइल एप के माध्यम से ही अपनी ड्यूटी प्राप्त करें और मैनुअल बुकिंग का उपयोग कम से कम करें ताकि दूसरों के संपर्क में आने से बचा जा सके। साथ ही दक्षिण पूर्व रेलवे का कहना है कि वे अपने सभी यात्री व मालवाहक ट्रेनों के चालकों व गार्ड की सुरक्षा के प्रतिबद्ध हैं। रेलवे मुख्यालय ने चक्रधरपुर मंडल सहित आद्रा, खडगपुर व रांची मंडल के महाप्रबंधकों को इस दिशा में पहल करने का आदेश दिया है।