Indian Railways, IRCTC: डीआरएम विजय कुमार साहू ने किया हल्दीपोखर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण, 18 अक्टूबर को पहुंचेंगे जीएम
Indian Railways IRCTC 18 अक्टूबर को जीएम के निरीक्षण को लेकर रेलवे द्वारा युद्ध स्तर पर हल्दीपोखर रेलवे स्टेशन पर यार्ड एवं स्टेशन स्टेशन का कार्य चल रहा है ताकि हल्दीपोखर रेलवे स्टेशन एवं यार्ड का कार्य नवंबर के अंत तक पूर्ण किया जा सके।
पोटका, जागरण संवाददाता। 18 अक्टूबर को जीएम के निरीक्षण को लेकर रेलवे द्वारा युद्ध स्तर पर हल्दीपोखर रेलवे स्टेशन पर यार्ड एवं स्टेशन स्टेशन का कार्य चल रहा है ताकि हल्दीपोखर रेलवे स्टेशन एवं यार्ड का कार्य नवंबर के अंत तक पूर्ण किया जा सके। हल्दीपोखर से बादाम पहाड़ तक रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन होना था। 70 किलोमीटर तक जमशेदपुर रेलवे स्टेशन से आंवला जुड़ी तक इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है। वर्तमान में बादाम पहाड़ तक इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य अंतिम रूप में है।
पूरे 100 किलोमीटर तक इलेक्ट्रिफिकेशन हो जाएगा। डीआरएम ने दैनिक जागरण को बताया कि इस रेलवे लाइन को कटक भुवनेश्वर की जोड़ने की योजना है जिसको लेकर बांग्रीपोसी घाटी का निरीक्षण किया जा रहा है। जिसके बाद जमशेदपुर रेलवे लाइन को बांग्रीपोसी घाटी होते हुए कटक भुनेश्वर जोड़ दिया जाएगा। वही हल्दीपोखर में यार्ड का कार्य अंतिम चरण में है । इस दौरान डीआरएम ने 18 अक्टूबर को रेलवे जीएम के आने को लेकर तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही जल्द ही कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। वही हल्दीपोखर नुआग्राम के लोगों ने डीआरएम को एक मांग पत्र सौंपते हुए गिरी भारती के समीप 120 साल पुराने रेलवे फाटक को पुनः चालू करने का आग्रह किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि 120 साल से रेलवे फाटक संचालित था। इस रेलवे फाटक को पारकर हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं गिरी भारती हाई स्कूल, विद्या भारती इंग्लिश स्कूल, विद्या निकेतन प्लस टू हाई स्कूल, नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल पढ़ने के लिए जाते हैं। साथ ही दर्जनों गांव के लोग इस रेलवे क्रॉसिंग से आना-जाना करते हैं। इस रेलवे क्रॉसिंग को बहाल करने की मांग को लेकर डीआरएम को पत्र सौंपा। जिसमें मुख्यरुप से सुनील कुमार दे, शंकर चंद्र गोप, डॉ जयंत दे, मनोज कुमार सरदार, विवेक श्रीवास्तव समेत कई लोग उपस्थित रहे।