इंकैब के 1,111 कर्मचारियों का दावा, 315 करोड़ बकाया Jamshedpur News
सालों से बंद केबुल कंपनी की नीलामी की घोषणा के बाद दो दिन में 1111 कर्मचारियों का फार्म जमा हुआ है। इन कर्मचारियों के सभी बकाये राशि मिलाकर 315 करोड़ हो रहा है।
By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 08 Mar 2020 12:06 PM (IST)Updated: Sun, 08 Mar 2020 12:06 PM (IST)
जमशेदपुर, जासं। Incab Jamshedpur employees Claims 315 crore outstanding सालों से बंद इंकैब इंडस्ट्रीज लिमिटेड (केबुल कंपनी) की नीलामी की घोषणा के बाद कर्मचारी अपनी-अपनी बकाये राशि पाने को लेकर प्रयासरत है। अपने-अपने बकाये के कागजात एकत्रित कर उसे लिक्विडेटर शशि अग्रवाल के पास कोलकाता भेजने मेंं जुटे हुए हैं। पिछले दस दिन से केबुल एसोसिएशन हॉल में बकाये राशि के लिए फार्म मिल रहा है। शनिवार को फार्म लेने का अंतिम दिन था।
अभी तक करीब 1400 कर्मचारियों ने फार्म लिया है। तथा इसमें से 1,111 कर्मचारियों का फार्म लिक्विडेटर के पास जमा भी हो गए हैं। जानकारी देते हुए इंकैब के पूर्व जीएम आरबी सिंह ने कहा कि कोलकाता में दो दिन कर्मचारियों का फार्म जमा किया गया है। शनिवार को भी शशि अग्रवाल को फार्म जमा कराया गया। इस प्रकार दो दिन में 1,111 कर्मचारियों का फार्म जमा हुआ है। इन कर्मचारियों के सभी बकाये राशि मिलाकर 315 करोड़ हो रहा है। वहीं आरबी सिंह ने बताया कि फार्म जमा करने की तिथि समाप्त हो गई लेकिन रविवार को ऑनलाइन जमा करने का आग्रह किया गया है। ऐसे में कर्मचारी कल तक ऑनलाइन फार्म जमा कर सकते हैं।
फरवरी में लिया गया था निर्णय
गौरतलब हो कि पिछले माह फरवरी में इंकैब कर्मियों ने एक बैठक कर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के आदेश के आलोक में अपने-अपने बकाये का कागजात जमा करने का निर्णय लिया। तथा इसी क्रम में फार्म भरकर उसे जमा कराने की प्रक्रिया शुरू हुई। इस फार्म के साथ कोर्ट की सत्यापित कॉपी भी उपलब्ध किया गया है। इसे लेकर कुल 100 रुपए लिये जा रहे हैं जिससे कागजात की पूरी प्रक्रिया पूरी की गई। आरबी सिंह ने कहा कि कर्मचारियों को परेशानी नहीं हो इसके लिए केबुल एसोसिएशन हॉल में बकाये के लिए फार्म लेने, कोर्ट की सत्यापित कॉपी बनवाने आदि कार्य कराया गया।
अब बकाये की होगी जांच
कंपनी के लिक्विडेटर (परिसमापक) द्वारा अब कर्मचारियों के बकाये राशि की कागजात जांच की जाएगी। जानकारी के मुताबिक कोलकाता में कर्मचारियों के फार्म को क्रमवार कर देखने व उसकी बकाया की सत्यता की जांच शुरू है। दावे व आपत्ति को ध्यान में रखते हुए किस कर्मचारी को कितना बकाया है पहले उसकी घोषणा की जायेगी। फिर सभी कर्मियों के बकाये राशि की जानकारी एनसीएलटी को दी जायेगी, फिर प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
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