टाटा स्टील में अब 12 घंटे की होगी शिफ्ट, पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा लागू Jamshedpur News
10 दिन ट्रायल होने के बाद सफल होने पर इसे पूरे प्लांट में क्रियान्वित किया जाएगा। कोरोना वायरस के असर को देखते हुए कंपनी प्रबंधन ने दो शिफ्ट में ही ड्यूटी कराने का निर्णय लिया है।
जमशेदपुर (जासं) । टाटा स्टील में जल्द ही कर्मचारी सुबह आठ से शाम आठ और शाम आठ से सुबह आठ बजे तक की 12 घंटे की ड्यूटी करेंगे। न्यू बार मिल और सिंटर प्लांट में नई व्यवस्था को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा। 10 दिन ट्रायल होने के बाद सफल होने पर इसे पूरे प्लांट में क्रियान्वित किया जाएगा। कोरोना वायरस के असर को देखते हुए कंपनी प्रबंधन चार के बजाए कर्मचारियों से दो शिफ्ट में ही ड्यूटी कराएंगे। टाटा स्टील प्रबंधन ने सोमवार को नई व्यवस्था के विषय पर टाटा वर्कर्स यूनियन के शीर्षस्थ नेतृत्व को यह जानकारी दे दी है।
नई व्यवस्था के तहत टाटा स्टील के कर्मचारी पहले सप्ताह 48 घंटे जबकि दूसरे सप्ताह 36 घंटे की ड्यूटी करेंगे। सोमवार को ड्यूटी करने पर उनकी मंगलवार को छुट्टी रहेगी और फिर वे बुधवार को वापस ड्यूटी पर जाएंगे। यही व्यवस्था पूरे सप्ताह के लिए प्रभावी रहेगा। टाटा स्टील में 13 हजार स्थायी व लगभग 20 हजार ठेका कर्मचारी कार्यरत हैं। दरअसल, न्यू बार मिल में 132 और सिंटर प्लांट में 650 कर्मचारी कार्यरत है। प्रबंधन का कहना है कि फैक्टरी एक्ट के प्रावधानों के तहत उन्हें झारखंड सरकार से 12 घण्टे ड्यूटी कराने की अनुमति मिली है। फिलहाल दो विभागों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप लागू किया गया है।