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मोटापा से बढ़ रहा फैटी लीवर, कैंसर का भी खतरा

जागरण संवाददाता जमशेदपुर मोटापा आप ही नहीं आपके लीवर भी हो रहा है। शहर में लीवर रोग तेजी

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 07:01 AM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 07:01 AM (IST)
मोटापा से बढ़ रहा फैटी लीवर, कैंसर का भी खतरा
मोटापा से बढ़ रहा फैटी लीवर, कैंसर का भी खतरा

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मोटापा आप ही नहीं, आपके लीवर भी हो रहा है। शहर में लीवर रोग तेजी से पांव पसार रहा है। हर माह करीब चार हजार नये मरीज सामने आ रहे हैं, जोकि चिंता का विषय बन गया है। इसमें 50 फीसद फैटी लीवर के मरीज शामिल होते है। यह बातें रविवार को टाटा मुख्य अस्पताल के लीवर एवं पेट रोग विशेषज्ञ डॉ. कुंदन कुमार ने कहीं। मौका था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की ओर से साकची स्थित आइएमए भवन में आयोजित सेमिनार का।

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डॉ. कुंदन कुमार ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति दिन में पांच घंटे से ज्यादा बैठता है और वह मधुमेह रोग से पीड़ित है तो उसमें फैटी लीवर होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं यदि कोई व्यक्ति मोटापे के साथ-साथ मधुमेह से भी पीड़ित है और शराब का भी सेवन करता है तो ऐसे लोगों में लीवर कैंसर होने का खतरा आम लोगों की तुलना में ढाई गुना बढ़ जाता है। शहर का आंकड़ा देखा जाए तो फैटी लीवर के शिकार सबसे अधिक उम्र 30 से 50 वर्ष के लोग है। शुरुआती दौर में इसके लक्षण देखने को नहीं मिलते। जब बीमारी बढ़ जाती है तब उसके लक्षण सामने आते है। इसमें थकान, पेट दर्द, शरीर के वजन में कमी, भूख में कमी, भ्रम सहित अन्य शामिल है। इसकी पहचान सही समय पर नहीं होने से लीवर को नुकसान पहुंचाता है जिसे सिरोसिस कहा जाता है। इस स्थिति में लीवर प्रत्यारोपण किया जाता है। शहर में प्रत्यारोपण की सुविधा नहीं है। शुरुआती दौर में आने वाले मरीजों का इलाज टीएमएच में किया जाता है पर ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं है। इसके साथ ही विश्व टीबी दिवस के मौके पर चिकित्सकों ने व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के अंत में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर सभी डॉक्टरों ने रंग-गुलाल लगाकर एक दूसरे को बधाई दिया। इस अवसर पर आइएमए के अध्यक्ष डॉ. उमेश खां, सचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. एके लाल, डॉ. संतोष गुप्ता सहित अन्य डॉक्टर उपस्थित थे।

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शरीर का मुख्य अंग है लीवर

लीवर हमारे शरीर का मुख्य अंग है। लीवर पाचन में सहायक कई तरह के रस बनाता है, साथ ही डी-टॉक्सीफिकेशन भी करता है। जो भी हम खाते हैं, दवाओं समेत, वह हर चीज हमारे लीवर से होकर जाती है।

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फैटी लीवर का कारण

- एल्कोहल का अधिक सेवन।

- जेनेटिक।

- अत्यधिक मोटापा।

- अत्याधिक दवाइयां।

- अनुचित आहार।

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लीवर रोग का कारण

- जेनेटिक।

- एक एल्कोहल, लाइफ स्टाइल और गलत खान-पान।

- हेपेटाइटिस ए, बी या सी इंफेक्शन।

- एल्कोहल का अधिक सेवन या अधिक कॉलेस्ट्रॉल वाला आहार लेना।

- मधुमेह, मोटापा।

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