Balance Exercise : अगर सीख लेंगे एक टांग पर खड़े होने की कला, शरीर को छू भी नहीं पाएंंगी दर्जनोंं बीमारियां
Balance Exercise अगर आप 20 सेकंड तक एक ही टांग पर खड़े रह सकते हैं तो इसका लाभ न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर होता है। बल्कि यह आपकी मानसिक तौर पर भी स्वस्थ रखता है। योगा एक्सपर्ट श्वेता पाठक दे रहीं जानकारी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आपने भले ही बचपन में एक ही टांग पर रेस लगाई हो या फिर लंबे समय तक एक ही टांग पर खड़े रहे हों लेकिन क्या आप ऐसा कर सकते हैं। अगर नहीं तो यह आपके स्वास्थ्य को लेकर एक गंभीर इशारा भी हो सकता है। हाल ही में हुए एक शोध के मुताबिक अगर आप एक टांग पर खड़े नहीं हो सकते तो इसका सीधा अर्थ कम शारीरिक गतिविधि से संबंधित है। वहीं अगर आप कुछ देर तक ऐसा कर सकते हैं तो यह दर्शाता है कि आप स्वस्थ ही नहीं बल्कि आप एक लंबा जीवन भी जी सकते हैं।
यदि आप आज भी अपनी एक ही टांग पर खड़े हो सकते हैं। अगर हां तो आपको यह नियमित रूप से करना चाहिए। इसे करने से कई बीमारियां आपके आसपास फटकेगा ही नहीं। किसी तरह योग के संबंध में संपर्क करना हो तो योगा एक्सपर्ट श्वेता पाठक से संपर्क कर सकते हैं।
20 सेकेंड तक एक पैर खड़ा रहें तो फायदा ही फायदा
अगर आप 20 सेकंड तक एक ही टांग पर खड़े रह सकते हैं, तो इसका लाभ न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर होता है। बल्कि यह आपकी मानसिक तौर पर भी स्वस्थ रखता है। हालांकि कई बार बहुत से रोग या दूसरे कारण भी एक ही पैर पर खड़े होने में दिक्कत की वजह बन जाते हैं जैसे स्ट्रोक, अल्जाइमर, गर्भावस्था मेनोपॉज और कम शारीरिक गतिविधि की वजह से भी एक ही पैर पर खड़े होना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में विशेषज्ञों की माने तो एक ही टांग पर खड़ा होना ना केवल सेहत के सही होने की ओर होने का इशारा है बल्कि ऐसा हर व्यक्ति को नियमित रूप से करना चाहिए।
एक पैर पर खड़े होना क्यों मायने रखता है
श्वेता पाठक कहती हैं कि एक टांग पर खड़े होने की क्षमता कई तरह से अलग - अलग हो सकती है। जैसे उम्र, लिंग आदि। अगर कोई व्यक्ति एक पैर पर खड़ा नहीं हो सकता तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को उजागर कर सकता है। सही तरह से खड़े हो पाएं, इसके लिए हमारे शरीर में बहुत ही छोटा सा सपोर्टिव हिस्सा होता है वह भी हमारी लंबाई और चौड़ाई के आधार पर। जब हम स्वस्थ होते हैं तो हमारे शरीर के केंद्रीय और परिधीय तंत्रिका तंत्र पर निर्भर रहते हैं। इस दौरान हमारे शरीर के कई अंग और भाग हमारे बैलेंस के बारे में हमें फीडबैक देते हैं जैसे आंख, कान और शरीर की मांसपेशियां आदि।
बैलेंस में सुधार और गिरने से बचते हैं
आप एक पैर पर खड़े होने की क्षमता को किसी भी आयु में बेहतर कर सकते हैं और अपना बैलेंस में सुधार ला सकते हैं। वहीं अगर आपको कोई न्यूरोलॉजिकल समस्या है तो यह आपके लिए और भी चुनौतीपूर्ण होगा। अगर आप शरीर के बैलेंस को सही मायने में सुधारना चाहते हैं तो इसके लिए आप अपने एक पैर पर खड़े होने के दौरान दोनों आंखें बंद कर लें। इससे यह ना केवल थोड़ा मुश्किल हो जाएगा बल्कि आप पूरी तरह अलर्ट रहेंगे। जबकि आंख खोलकर एक पैर पर खड़ा होने से आप आंखों के जरिए चीजों को जांचते बैलेंस बनाते हैं। जिसकी वजह से शरीर लेजी हो जाता है।
कूल्हे मजबूत करने में फायदेमंद
ऐसे लोग जो 70 साल से ज्यादा के हैं। अगर वह दिन में तीन बार एक पैर पर एक मिनट के लिए खड़े होते हैं, तो इससे उनकी हिप बोन भी बेहतर होती है। जितनी ज्यादा हिप बोन या कूल्हे की हड्डी मजबूत होंगी, शारीरिक बैलेंस बनाना आपके लिए उतना ही आसान हो जाएगा।
ब्रश करने समय सुबह-शाम को करें प्रेक्टिस
आप ब्रश करने के दौरान सुबह और शाम के समय एक ही पैर पर खड़े होने की प्रैक्टिस कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि बारी - बारी दोनों पैरों से ऐसा करें। हो सके तो इस दौरान बैलेंस बनाने के लिए आंखों को भी बंद रखें।