शाहरूख, अक्षय और अजय को मैंने किया लांच : दुर्रानी Jamshedpur News
बिहार के बांका में जन्मेे बॉलीवुड के निर्देशक लेखक इकबाल दुर्रानी ने बिष्टुपुर में चैंबर सदस्यों से की खुलकर बात हुए सम्मानित।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जब मुझे जानोगे नहीं तो प्यार कैसे करोगे। जब आपको जानूंगा नहीं तो प्यार लौटाऊंगा कैसे?यह कहना था बॉलीवुड में कई फिल्मों का निर्देशन और कहानी लिख चुके इकबाल दुर्रानी का। इकबाल का कहना है कि बॉलीवुड के कई बड़े स्टार को उन्होंने ही लांच किया है।
उन्होंने बताया कि शाहरूख खान की दिल आशना है। अक्षय कुमार की सौगंध, अजय देवगन की फूल और कांटे व नागार्जुन की शिवा का निर्देशन मैंने ही किया है। शुक्रवार शाम इकबाल दुर्रानी बिष्टुपुर स्थित सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के कार्यालय पहुंचे और चैंबर सदस्यों से शायराना अंदाज में खुल कर बात की।
बकौल इकबाल, मैं किसान का बेटा हूं और बॉलीवुड जाकर भी मैं माली बनकर नए-नए फूल खिलाएं जबकि दूसरे केवल बुके मास्टर हैं। उन्होंने तिजारत की और मैंने मोहब्बत। क्योंकि बॉलीवुड वो कामयाब नहीं होते जो जागीर वाले हैं, ये जुनून की वो जगह है जहां कामयाब जिगर वाले ही होते हैं और मुझे मरने के बाद भी फिल्मों के जरिए जिंदा रहना है। वे बताते हैं कि अजय देवगन को डायलॉग डिलीवरी मैंने ही सिखाया। वे कहते हैं कि जिसने मेरी फिल्म नहीं देखी, वह फिर जवान नहीं हुआ। अपनी कलम से मैंने कई हिट फिल्में दी। वे कहते हैं कि अगर जीवन में कामयाब बनना है तो सागर की तरह रूक मत जाना बल्कि नदी की महत्वाकांक्षी बनो, लगातार आगे बढ़ते रहो। जिंदगी एक बार ही मिली है, इसे खुलकर जियो।
बिरसा के जीवन पर बना रहे हैं फिल्म
दैनिक जागरण से बातचीत में इकबाल ने बताया कि उन्होंने बहुत पहले एक उपन्यास लिखी थी, एक गांधी-बिफोर गांधी। उनका कहना है कि देश में गांधी से पहले भी बिरसा मुंडा आए जिन्होंने अङ्क्षहसा का संदेश दिया था। वे अपनी इसी उपन्यास के आधार पर भगवान बिरसा की जीवन पर एक फिल्म बना रहे हैं, जिसके छह रील शूट हो चुके हैं।
उम्मीद है दिसंबर 2020 तक यह फिल्म रिलीज हो जाएगा। वे बताते हैं कि लगान फिल्म की तरह इसमें में विदेशी कलाकारों के अलावे झारखंड के स्थानीय कलाकार, यहां के पारंपरिक संगीत सुनने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि वे जल्द ही एक नए कलाकार को फूल और कांटे पार्ट-2 में लांच करने वाले हैं।
इकबाल के लेखन व निर्देशन में बनी फिल्मेंं
कालचक्र, शिवा, मजबूर, बेताज बादशाह, खुद्दार, सौदागर, बाजीगर, फूल और कांटे, दिल आशना है।
चैंबर ने किया सम्मानित
इस मौके पर चैंबर के पूर्व अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया, उपाध्यक्ष मानव केडिया, दिनेश चौधरी, सचिव महेश सोंथालिया, कार्यसमिति सदस्य बीएन शर्मा, किशोर गोलछा सहित अन्य ने गुलदस्ता व शॉल देकर इकबाल का अभिनंदन किया।
सुरेश ने इकबाल से आग्रह किया कि वे झारखंड में कई ऐसे मनोरम स्थल है जहां फिल्म की शूटिंग हो सकती है, अपनी टीम को लेकर यहां आकर फिल्म बनाएं ताकि झारखंड में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। लेकिन इकबाल ने अफसोस जताया कि झारखंड को झाड़ समझ कर कुछ लोग इसे बर्बाद करने में लगे हुए हैं जबकि झारखंड की धरती से फसल और खनिज, दोनो मिलता है।