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Hypertension In Youth: तेजी से हाइपरटेंशन की चपेट में आ रहे युवा, जानिए क्या है हाइपरटेंशन के लक्षण, कारण और इससे बचने के उपाय

Hypertension In Youth आज के समय 20-30 साल के 10-15 युवाओं में हाइपरटेंशन पाया जा रहा है। इसके अलावा यह बीमारी 30-40 वर्ष के बीच 20 तक पहुंच गया है। पहले यह बीमारी 50 साल के उपर उम्र के लोगों को होती थी।

By Madhukar KumarEdited By: Published: Mon, 16 May 2022 09:01 PM (IST)Updated: Mon, 16 May 2022 09:01 PM (IST)
Hypertension In Youth: तेजी से हाइपरटेंशन की चपेट में आ रहे युवा, जानिए क्या है हाइपरटेंशन के लक्षण, कारण और इससे बचने के उपाय
Hypertension In Youth: अगर पर हाईपरटेंशन पर काबू पाना जरूरी।

जमशेदपुर, जासं। हाइपरटेंशन आमतौर पर एक साइलेंट के तौर पर मनुष्य में प्रवेश कर रहा है। शुरूआत में कई लोगों को इसका लक्षण नजर नहीं आते। हाइपरटेंशन का शिकार आज अधिकतर लोग हो रहे हैं। महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कालेज अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक सह हृदय रोग विशेषज्ञ डा. बलराम झा कहते हैं कि पांच से सात साल पूर्व तक 20-30 साल के युवाओं में हाइपरटेंशन नहीं पाया जाता था। लेकिन आज स्थिति पूरी तरह बदल गई है, आज के समय 20-30 साल के 10-15 युवाओं में हाइपरटेंशन पाया जा रहा है। इसके अलावा यह बीमारी 30-40 वर्ष के बीच 20 तक पहुंच गया है। पहले यह बीमारी 50 साल के उपर उम्र के लोगों को होती थी। यह एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। डा. झा कहते हैं कि यदि समय रहते हम इस पर काबू नहीं पाए, तो आगे चलकर यह हाई प्रेशर हार्ट, अटैक, स्ट्रोक, किडनी की समस्या या डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

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क्या होता है हाइपरटेंशन

हृदय का मुख्य काम है, शरीर के चारों ओर ब्लड पंप करना। धमनियों के जरिए ब्लड फ्लो करने के लिए दबाव की एक निश्चित मात्रा की आवश्यकता होती है। ब्लड फ्लो करने के लिए दबाव की एक निश्चित मात्रा की आवश्यकता होती है। यदि ब्लड फ्लो का यह दबाव सामान्य दबाव से अधिक होता है, तो यह रक्त वाहिकाओं की दीवार पर अतिरिक्त तनाव डालता है। इसे ही हाई ब्लड प्रेशर या हाईपरटेंशन कहते हैं।

हाइपरटेंशन होने का कारण

हृदय रोग विशेषज्ञ डा. बलराम झा कहते हैं कि हाइपरटेंशन होने के मुख्य चार कारण है। कोरोना काल में घर में बैठकर लैपटाप व मोबाइल का अधिक उपयोग करना। आठ घंटे के स्थान पर 15 घंटे तक काम करना। इसके अलावा अधिक फास्ट फूड का उपयोग करना, वजन का बढ़ना। शराब का अधिक उपयोग करना, अधिक नमक खाना, एक्सरसाइज नहीं करना, काफी-चाय की अधिक सेवन करना। खाने में फल या सब्जियों की कमी होना, अधिक धूम्रपान करना, जाब के लिए तनाव में रहना आदि प्रमुख कारण है।

हाइपरटेंशन के लक्षण

हाइपरटेंशन के प्रमुख लक्षण है। गंभीर सिरदर्द होना, अधिक थकान होना, धुंधला दिखाई देना, छाती में दर्द देना, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर आना, उल्टी या मितली आना, पेशाब में खून आना आदि प्रमुख लक्षण है।

हाइपरटेंशन को ऐसे करें कंट्रोल

हाइपरटेंशन को कंट्रोल करने में सबसे प्रभावी तरीका है व्यायाम कर वजन घटाना। अपने आहार में बदलाव करते हुए फल, सब्जियों और साबूत अनाज का अधिक प्रयोग। मछली और नट्स का प्रयोग करें। हाइपरटेंशन को कम करने के लिए न्यूनतम सोडियम का सेवन करना।

योग से दूर करें हाइपरटेंशन

योग से हाइपरटेंशन को दूर कर सकते हैं। इस संबंध में शहर की प्रसिद्ध योग एक्सपर्ट रूमा शर्मा का कहना है कि हाइपरटेंशन मुद्रा करने से उच्च रक्तचाप कुछ ही मिनट में सामान्य हो सकता है।

ऐसे करें हाइपरटेंशन मुद्रायोग

एक्सपर्ट रूमा शर्मा कहती हैं कि पहले अपने दोनों हाथों की अंगुलियों को फंसाकर इंटरलाक बना लें। दाहिने हाथ की तर्जनी अंगुली को मुट्ठी के साथ बांधकर सीधा रखें। दाहीने हाथ के अंगूठे से बाएं हाथ की तर्जनी की जड़ में दबाव बनाएं। बाएं हाथ के अंगूठे को दाएं हाथ के अंगूठे पर रखें। इसे प्रत्येक दिन एक घंटा करें, लाभ होगा।


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