Positive India : लॉकडाउन में लौटे मजदूरों को कैसे दिया जाए रोजगार, प्रशासन के साथ टाटा स्टील बनाएगी प्रोग्राम Jamshedpur News
प्रवासी मजदूरों के 14 दिनों के क्वारंटाइन से निकलने के बाद उनकी काउंसलिंग होगी। उनकी दक्षता परख कर विचार किया जाएगा कि किसे किस स्कीम के तहत प्रोग्राम से जोड़ा जा सकता है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। कोविड 19 से हुए लाकडाउन के बाद जो भी प्रवासी मजदूर जमशेदपुर लौट रहे हैं। स्थानीय जिला प्रशासन व टाटा स्टील ऐसे मजदूरों को किसी रोजगार से जोडऩे के लिए प्रोग्राम तैयार कर रही है।
टाटा स्टील प्रबंधन ने शनिवार को टेली कांफ्रेसिंग द्वारा यह जानकारी दी। कंपनी प्रबंधन के अनुसार प्रवासी मजदूर 14 दिनों के क्वारंटाइन से निकलने के बाद उनकी काउंसलिंग होगी। उनकी दक्षता परख कर किसे कौन से स्कीम के तहत प्रोग्राम से जोड़ा जा सकता है, इसकी तैयारी कर रही है। कंपनी प्रबंधन के अनुसार वे इस विषय पर जिला प्रशासन के साथ एक दौर की बैठक कर चुके हैं।
वहीं, कंपनी प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि लाकडाउन को देखते हुए कंपनी प्रबंधन ने इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है, प्रशासन इसका इस्तेमाल कैसे करेगी, यह प्रशासनिक अधिकारी ही तय करेंगे।
31 दिनों तक 3.15 लाख तक पहुंचाया खाना
टेली कांफ्रेसिंग में टाटा स्टील के सीएसआर चीफ सौरभ रॉय ने बताया कि पिछले 31 दिनों में 3.15 लाख लोगों तक खाना पहुंचाया। वहीं, इतने दिनों में 18 लाख को भोजन करया। इसके अलावे 40 हजार लोगों को राशन मुहिया कराया। 2700 महिलाओं को इनकम जनरेशन प्लान के तहत 30 लाख रुपये की आमदनी कराई, जो भविष्य में भी जारी रहेगी।
उनकी मदद से टाटा स्टील ने अब तक एक लाख मास्क का वितरण कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में राशन पहुंच चुका है। वे तीन मई तक 174 केंद्रों पर पहुंचाए जा रहे दोपहर की खिचड़ी को बंद कर देंगे। वहीं, सौरभ ने बताया कि जोमैटो की मदद से अब तक 1000 से ज्यादा आर्डर की मदद से 10 हजार किलोग्राम हरी सब्जियों की वे होम डिलीवरी कर चुे हैं
चरणबद्ध तरीके से खुलेगी ओपीडी
टेली कांफ्रेंसिंग में टीएमएच के महाप्रबंधक डॉ. राजन चौधरी ने बताया कि लाकडाउन से राहत मिलने के बाद वे विशेषज्ञ डॉक्टरों की चरणबद्ध तरीके से ओपीडी खोलने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सामान्य दिनों में हर दिन 3000 मरीज ओपीडी पहुंचते थे।
वर्तमान में 1100 मरीज ओपीडी की सेवा ले रहे हैं। इनमें से 550 मरीज टेलीफोनिक जबकि शेष अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं, उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि अस्पताल में भर्ती मरीज से मिलने के लिए एक से ज्यादा लोग नहीं आएं। वहीं, उनहोंने बताया कि टीएमएच में हर दिन 25 से 26 संदिग्ध मरीजों की जांच हो रही है।